बिहार चुनाव नतीजों पर इरफान अंसारी का बयान- हम अब भी सदमे में हैं
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड जीत मिली। नीतीश कुमार दसवीं बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं;
महागठबंधन की हार पर कांग्रेस नेता बोले: लोकतंत्र में असंभव परिणाम सामने आए
- एनडीए की जीत पर इरफान अंसारी का आरोप- ईवीएम से छेड़खानी हुई
- विपक्ष को एकजुट होने की जरूरत, भाजपा तिकड़मबाजों से भरी है: इरफान अंसारी
- ओवैसी ने अल्पसंख्यक समाज के आक्रोश का फायदा उठाया: इरफान अंसारी
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड जीत मिली। नीतीश कुमार दसवीं बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं। बिहार चुनाव में महागठबंधन की हार और एनडीए की जीत पर कांग्रेस नेता और झारखंड सरकार में मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि वह अभी तक सदमे में हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने दिल्ली पहुंचे इरफान अंसारी ने कहा कि एनडीए को मात देने के लिए हमें ईमानदारी से एक होना होगा। भाजपा में एक से बढ़कर एक तिकड़मबाज हैं। ये हमें बिहार के चुनाव में देखने को मिला। बिहार चुनाव में एनडीए ने 202 सीटों पर जीत दर्ज की, ये कैसे हो सकता है? हम तो अभी तक इसी सदमे में हैं कि यह कैसे हो सकता है। यह असंभव है।
उन्होंने आगे कहा कि न कोई लहर है और न ही जनता आपको चाहती है, इसके बावजूद इतनी सीटें ला रहे हैं। हमें (विपक्ष दलों को) आपस में मिलकर चुनाव लड़ना होगा। मैंने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की है और उन्होंने मुझे काम दिया है कि झारखंड में असदुद्दीन ओवैसी के झांसे में हमारे (अंसारी समाज से जुड़े) युवा न आएं, उन्हें ठीक करने की जिम्मेदारी मुझे दी गई है। इनका विकास करने के लिए कहा गया है। हम लोग सबको लेकर चलने वाले लोग हैं।
वहीं, जब इरफान अंसारी ने इमरान मसूद द्वारा दिए गए बयान पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं झारखंड से आता हूं, इमरान मसूद को मैं नहीं जानता। बिहार चुनाव को लेकर हमें रिपोर्ट देनी है। उन्होंने कहा कि ईवीएम से छेड़खानी हुई है, इसीलिए हम बिहार चुनाव हारे हैं। एक ही समान वोट 6 मंत्रियों को कैसे मिल सकता है?
उन्होंने कहा कि हमने मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा की तो मल्लाह समाज से जुड़े चेहरे को उपमुख्यमंत्री के लिए आगे किया। अगर अल्पसंख्यक समाज से जुड़े चेहरे को भी घोषित कर दिया होता तो परिणाम और बेहतर होता। इसका जनता में आक्रोश था, लोगों ने मुझसे सवाल पूछा था। इसका पूरा फायदा ओवैसी ने उठाया है।