बिहार : साम्प्रदायिक हिंसा की जांच की मांग

बिहार में मोहर्रम के दौरान हुई साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं की जांच और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर सीतामढ़ी संघर्ष समिति ने आज राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष रिजवी से मुलाकात की;

Update: 2017-10-05 18:41 GMT

नयी दिल्ली। बिहार में मोहर्रम के दौरान हुई साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं की जांच और पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर सीतामढ़ी संघर्ष समिति ने आज राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सैयद गय्यूर-उल-हसन रिजवी से मुलाकात की।

संघर्ष समिति के अध्यक्ष मो. शम्स शाहनवाज के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने यहां श्री रिजवी से मुलाकात करके हिंसा पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की।

उन्होंने बिहार के विभिन्न जिलों खासतौर पर सीतामढ़ी जिले के बेला मजपकौनी, बाजपट्टी, बैरगनिया तथा सीतामढ़ी शहर के जानकी स्थल इलाकों में मोहर्रम जुलूस के दौरान दो पक्षों में हुई हिंसक झड़प में घायलों तथा पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर श्री रिज़वी को एक ज्ञापन सौंपा है।

प्रतिनिधिमंडल ने मुहर्रम के जुलूस पर बिहार के कई ज़िलों में हुए हमले एवं हिंसक झड़पों के बारे में आयोग को अवगत कराया।

गौरतलब है कि एक अक्टूबर को मोहर्रम जुलूस के दौरान जिले के बेला मजपकौनी, बाजपट्टी, बैरगनिया तथा सीतामढ़ी शहर के जानकी स्थल से जुड़े इलाकों में दो पक्षों में हुए झड़प में जहां सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हैं,वहीं धार्मिक उन्माद फैलाने के नाम पर अब तक 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

इसके अलावा कटिहार और जमुई जिले में भी हिंसक घटनाएं हुई हैं।

श्री शाहनवाज ने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि जब प्रशासन को पहले से दुर्गा पूजा और मोहर्रम को लेकर जिले में व्याप्त तनाव की जानकारी थी, तब इस तरह की घटनाएं रोकने का प्रयास क्यों नहीं हुआ। यह उच्च स्तरीय जांच का विषय है।

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