हमला या तैयारी! अमरनाथ यात्री घर जाएं, पर्यटक भी कश्मीर छोड़ें

जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा में आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है। संभावित खतरे और आतंकी हमले को देखते हुए राज्य सरकार ने ए़़डवाइजरी जारी कर यात्रा पर फिलहाल रोक लगा दी;

Update: 2019-08-03 06:45 GMT

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा में आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है। संभावित खतरे और आतंकी हमले को देखते हुए राज्य सरकार ने ए़़डवाइजरी जारी कर यात्रा पर फिलहाल रोक लगा दी है और यात्रियों को वापस जाने की हिदायत दे दी गई है। दरअसल, सुरक्षा बलों को अमरनाथ यात्रा के रूट पर सर्च ऑपरेशन के दौरान स्नाइपर राइफल मिली है, जिसके बाद यात्रा रोकने का फैसला किया गया।

जम्मू-कश्मीर सरकार के गृह विभाग की ओर से जारी सुरक्षा एडवाइजरी में कहा गया है कि अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमलों के इनपुट मिलने और कश्मीर की सुरक्षा बढ़ाने के मकसद से अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए घाटी में तत्काल प्रभाव से सभी तरह की यात्रा पर रोक लगाई जा रही है।

अमरनाथ यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा को तुरंत खत्म करें और जितनी जल्दी हो सके घाटी को छोड़ दें। पूर्व आईएएस और जेके पीपुल्स मूवमेंट के नेता शाह फैसल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने सुरक्षा कारणों से पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों को तत्काल प्रभाव से कश्मीर छोड़ने को कहा है।

क्या कश्मीरियों को भी दूसरी जगह विस्थापित होना चाहिए या उनकी जिंदगी के कोई मायने नहीं हैं। अपने एडवाइजरी में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कहा कि राज्य में बड़े आतंकी हमले का इनपुट है। आप लोग जल्द से जल्द अपनी यात्रा को पूरी करके लौट जाएं। इसके साथ ही अमरनाथ यात्रा को रोक दी गई है। ये यात्रा 15 अगस्त तक चलनी थी, लेकिन रोक दी गई है।

पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर नाराजगी और चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि सीरियसली? आपने सोचा है कि एक सरकारी आदेश से पर्यटक जल्दी से घाटी छोड़कर भागने लगेंगे? लोगों के भागने से एयरपोर्ट और हाइवे पर जाम लग जाएगा। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि कश्मीर में खौफ का माहौल बन चुका है। ऐसा पिछले 70 सालों में नहीं हुआ।

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