विधानसभा उपचुनाव : मनजिंदर सिंह सिरसा राजौरी गार्डन सीट से जीते

दिल्ली के तीनों निगमों के 23 अप्रैल को होने वाले चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) को आज तगड़ा झटका लगा। मनजिंदर सिंह ने कांग्रेस की मीनाक्षी चंदीला को 14652 मतों के अंतर से हराया;

Update: 2017-04-13 13:01 GMT

नयी दिल्ली। दिल्ली के तीनों निगमों के 23 अप्रैल को होने वाले चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) को आज तगड़ा झटका लगा। राजौरी गार्डन विधानसभा उपचुनाव में भाजपा-अकाली गठबंधन के मनजिंदर सिंह सिरसा ने कांग्रेस की मीनाक्षी चंदीला को 14652 मतों के अंतर से हराया। आप उम्मीदवार हरजीत सिंह 10243 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। 

निगम चुनाव से ठीक दस दिन पहले आये उपचुनाव के नतीजे आप के लिए निराशाजनक रहे हैं। वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में पत्रकार से राजनीति में उतरे जरनैल सिंह ने  सिरसा को 10036 वोटों पराजित किया था। पंजाब विधानसभा के हाल में हुए चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए जरनैल सिंह ने इस्तीफा दे दिया था। 

सिरसा को नौ अप्रैल को हुए इस चुनाव में कुल पड़े 78 हजार 91 मतों में से 40 हजार 602 मत मिले। चंदीला को 25950 वोट मिले जबकि 2383 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। उपचुनाव में कुल छह उम्मीदवार मैदान में थे। 

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने चुनाव परिणामों पर चिंता जताते हुए कहा कि इलाके की जनता में जरनैल सिंह के इस्तीफा देने को लेकर नाराजगी थी। पार्टी ने जनता की नाराजगी दूर करने और समझाने की कोशिश की लेकिन परिणाम से यह आभाष होता है कि लोग हमारी बात नहीं माने। 

 सिसौदिया ने कहा कि उपचुनाव परिणाम का दिल्ली के निगमों के चुनाव पर कोई असर नहीं पडेगा और आम आदमी पार्टी पूरी सिद्दत के साथ अपने दो साल के कार्यकाल के दौरान जनता के लिए किए गए कार्यो के बूते पर विजयी होगी। उन्होंने कहा कि पार्टी हार की समीक्षा करेगी। 

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने राजौरी गार्डन विधानसभा उपचुनाव को पार्टी की उम्मीदों के अनुरूप बताते हुए कहा कि इससे दिल्ली के मूड की झलक मिल रही है और हम निगमों के चुनाव में भी विजयी होंगे। उन्होंने कहा कि राजौरी गार्डन इलाका दिल्ली की हृदय स्थली है और राजधानी भगौडों को बर्दाश्त नहीं करती है। 

तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन को दोष देने से कुछ नहीं होगा। दिल्ली विधानसभा का चुनाव जीतने और मुख्यमंत्री बनने के बाद  केजरीवाल को राजधानी के लोगों की चिंता नहीं रही और वह पंजाब का मुख्यमंत्री बनने का सपना देखने लगे। दिल्ली की जनता की गाढ़ी कमाई को अपनी मौजमस्ती पर लुटाने का परिणाम मतदाताओं ने दे दिया है और आप को निगमों के चुनाव में भी कड़ी शिकस्त मिलेगी। 

सिरसा ने अपनी जीत को केजरीवाल के जनता से किए गए झूठे वादों का जवाब बताया। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्ष के दौरान श्री केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से झूठे वायदे और उसे ठगने के अलावा कोई काम नहीं किया। उन्होंने कहा दिल्ली की जनता निगम चुनाव में भी आप को सबक सिखायेगी।  इस जीत के साथ दिल्ली विधानसभा में भाजपा सदस्यों की संख्या तीन से बढ़कर चार हो गयी है। 

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