जरूरतमंद मरीजों को केजरीवाल की सौगात
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब दिल्लीवासी सरकारी अस्पताल में 30 दिन से अधिक वेटिंग होने पर सरकारी अस्पताल से रेफर करवाने के बाद निजी अस्पताल में सर्जरी करवा सकेंगे।;
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज निजी अस्पतालों में सर्जरी की सुविधा शुरूकरते हुए कहा कि अब दिल्लीवासी सरकारी अस्पताल में 30 दिन से अधिक वेटिंग होने पर सरकारी अस्पताल से रेफर करवाने के बाद निजी अस्पताल में सर्जरी करवा सकेंगे।
देश के लिए इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि दिल्ली सरकार बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे रही है ताकि अमीर और गरीब को समान सुविधाएं मिलें। एक वर्ष में फ्री दवा वितरण शुरू किया और कमी पर मैं खुद रिपोर्ट तलब करता हूं। इसके साथ ही फ्री जांच शुरू की गई और अब सर्जरी की येाजना शुरू कर रहे हैं। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद के अलावा कई विधायक व अधिकारी भी मौजूद थे।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस अवसर पर कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में फ्री हेल्थ टेस्ट के बाद अब फ्री सर्जरी की योजना लागू की गई है। इस योजना का लाभ सरकार सड़क दुर्घटनाग्रस्त घायलों को देगी, इस योजना के द्वारा सरकार दुर्घटनाग्रस्त घायलों का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में फ्री में करवाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब मरीज एमआरआई सीटी स्कैन और पीटी सिटी स्कैन जैसे महंगे रेडियो थैरेपी टेस्ट भी फ्री में करा पाएंगे। सरकारी अस्पताल के डॉक्टर यदि मरीजों के बेहतर इलाज के लिए उन्हें कहीं और रेफर करेंगे तो मरीजों को सभी महंगे रेडियो टेस्ट निजी संस्थानों में मुफ्त कराने की सुविधा मिलेगी। इस सभी जांचों का खर्च सरकार उठाएगी। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य निदेशक, डॉ. कीर्ति भूषण ने योजना की बाबत बताया कि मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले अस्पतालों का औचक निरिक्षण किया। वहां उन्हें पता चला की स्वास्थ्य डिपार्टमेंट द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के डॉक्टर और अन्य स्टाफ को पता है नहीं है। इस लिए मुख्यमंत्री ने इस तरह की वर्कशॉप का आयोजन किया जाए तकि उन्हें सुविधाओं का पता चल जाये।
उन्होंने बताया कि 52 तरह की सर्जरी फ्री हो सकेंगी और सूची में 48 अस्पताल दिल्ली एवं एनसीआर के अस्पताल सूचीबद्घ हैं। इसमें दिल्ली आरोग्य कोष के मद से भुगतान किया जाएगा और इसमें आय की सीमा नहीं होगी। यदि कुछ अस्पतालों में मरीज की बीमारी के सर्जरी की सुविधा नहीं है तो अन्य में रेफेर कर दिया जाएगा। दिल्ली वालों को योजना का लाभ लेने के लिए आधार, वोटिंग कार्ड या अन्य कोई ऐसा दस्तावेज दिखाना होगा जो दिल्ली की नागरिकता दर्शाता हो। सर्जरी के लिए कार्ड बनेगा और डॉक्टर जांचेंगे फिर चेकअप किए जाएंगे और लिस्ट देखकर वेटिंग का पता किया जाएगा, कार्ड पर लिखना होगा कि वेटिंग 30 दिन से ज्यादा है। मरीज अपनी पसंद के अस्पताल में जाएंगे वहां दिल्ली आरोग्य कोष के हेल्पडेस्क पर नोडल अधिकारी अधिकृत फॉर्म भरकर आवश्यक दस्तावेज लगा कर मरीज को उस अस्पताल के जनरल वार्ड में इकॉनमी बिस्तर दिलवाएंगे। मरीज अपने इलाज के बाद एक फॉर्म भी भरेगा जिसमें मरीज या उसका तीमारदार लिखेगा कि क्या वह ईलाज से संतुष्ठ है या नहीं।
ये फॉर्म अस्पताल के बिल के साथ स्वास्थ्य निदेशालय को जाएगा और उस पर कार्रवाई होगी। इसके एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, मरीज इस पर अपनी शिकायत भी कर सकेंगे। उन्होने बताया कि 15 मार्च से ट्रायल शुरू हुआ था और योजना के परिणाम अच्छे हैं।