एसीबी के छापे के बाद डेढ़ साल से फरार लिपिक गिरफ्तार
अधिक संपत्ति के मामले में फरार चल रहे कलेक्टोरेट के भू-अभिलेख शाखा के लिपिक ऋषि सिंह को गिरफ्तार कर लिया;
अंबिकापुर। एंटी करप्शन ब्यूरो की रायपुर व बिलासपुर की टीम ने आज आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तारी से बचने की कोशिश मेें करीब डेढ़ साल से फरार चल रहे कलेक्टोरेट के भू-अभिलेख शाखा के लिपिक ऋषि सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
कलेक्टोरेट के भू- अभिलेख शाखा में पदस्थ क्लर्क ने जमीन खरीद-बिक्री कर करोड़ों का आसामी बन गया था। जून 2016 में मामला सामने आने पर एसीबी ने उसके घर छापा मारा था। जांच में उसके पास आय से 1049 प्रतिशत अधिक संपत्ति मिली थी। मामले में पिछले 8 महीने से वह फरार चल रहा था।
मंगलवार की सुबह रायपुर व बिलासपुर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उसके अंबिकापुर के केदारपुर स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया। एसीबी ने उसे न्यायालय में पेश किया। यहां से उसे 20 फरवरी तक न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। गौरतलब है कि कलेक्टोरेट के भू- अभिलेख शाखा में पदस्थ क्लर्क ऋषि सिंह ने शासकीय सेवा में रहते हुए आय से 1049 गुना अधिक संपत्ति बना ली थी। बताया जा रहा है वह बिना अनुमति ही बंगाली समाज की जमीन की खरीद-बिक्री करता था।
इसमें मिले पैसे से वह धनकुबेर बन बैठा था। जून 2016 में उसके खिलाफ आय से काफी अथाह संपत्ति की शिकायत एसीबी को मिली थी। शिकायत पर एसीबी ने उसके घर में छापा मारा था। जांच में आय से1049 गुना संपत्ति मिली थी। आरोप तय होने पर उसे सस्पेंड कर दिया गया था। पिछले 8 महीने से वह इस मामले में फरार चल रहा था। एसीबी की टीम उसकी खोजबीन में लगी थी। इसी दौरान मंगलवार की सुबह 6 बजे एसीबी बिलासपुर के टीआई प्रमोद खेस के नेतृत्व में टीम ने उसे उसके निवास स्थान केदारपुर से धरदबोचा। एसीबी ने उसे विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) नीरू सिंह के न्यायालय में पेश किया।
यहां से उसे 20 फरवरी तक की न्यायिक रिमांड में लिया गया है। 10 हजार का था इनाम घोषित पिछले 8 महीने से फरार व सस्पेंड क्लर्क को गिरफ्तार करने एसीबी बिलासपुर के एसपी ने उस पर 10 हजार रूपए का इनाम घोषित किया था। वह हर बार पुलिस को चकमा देकर बच निकलता था। इसी बीच आज सुबह वह पकड़ा गया।