सुश्री अनुसूईया उईके ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के पद की ली शपथ
सुश्री अनुसूईया उईके ने आज यहां छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के पद की शपथ ग्रहण की;
रायपुर । सुश्री अनुसूईया उईके ने आज यहां छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के पद की शपथ ग्रहण की।
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश पी.आर.रामचन्द्र मेनन ने सुश्री उईके को राज्यपाल के पद की शपथ दिलाई।इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,राज्य मंत्रिमंडल के लगभग सभी सदस्य, जनता कांग्रेस प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी,पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह,विधानसभा में विपक्ष के नेता धरम कौशिक,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम,प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विक्रम उसेन्डी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक एवं आला प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
सुश्री उईके राज्य की दूसरी महिला राज्यपाल है।इससे पूर्व सुश्री आनंदीबेन पटेल राज्य की पहली महिला राज्यपाल बनी थी।उन्हे श्री बलरामजी दास टंडन के निधन के बाद मध्यप्रदेश के साथ ही छत्तीसगढ़ का भी राज्यपाल बनाया गया था।स्वर्गीय श्री टंडन के बाद सुश्री उईके राज्य की दूसरी राजनीतिक पृष्ठभूमि की पूर्णकालिक राज्यपाल है।राज्य गठन के समय से ही पुलिस,प्रशासन एवं सेना की पृष्ठभूमि वाले ही राज्यपाल नियुक्त होते रहे है।राजनीतिक पृष्ठभूमि के प्रभारी राज्यपाल के रूप में सुश्री पटेल के अलावा श्री सुशील कुमार शिन्दे भी कुछ समय के लिए दायित्व संभाल चुके है।
सुश्री उईके का अविभाजित मध्यप्रदेश के समय छत्तीसगढ़ के इलाके से उनका गहरा नाता रहा है।मध्यप्रदेश की छिन्दवाड़ा की निवासी सुश्री उईके शासकीय महाविद्यालय तामिया(छिन्दवाड़ा)में सन् 1982 से 1985 तक अर्थशास्त्र की व्याख्याता रही हैं। उसके बाद 1985 से 1990 तक विधानसभा क्षेत्र दमुआ से विधायक रही हैं तथा मध्यप्रदेश सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री भी रही हैं।
सुश्री उइके राज्य और राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न आयोगों के सदस्य रह चुकी हैं। वे 2006 से 2012 तक राज्यसभा सदस्य रही हैं।वे राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की उपाध्यक्ष रही हैं,राज्यपाल के पद पर मनोनयन के बाद उन्होने इस पद से इस्तीफा दे दिया।उन्होने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत कांग्रेस से की और उसके बाद भाजपा से जुड़ गई।उनका राज्य की इन दोनो पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री जोगी से भी बहुत अच्छे सम्बन्ध रहे है।