मदद की आस में पहुंचे परिवार को मिला शर्मसार करने वाला जवाब

पति की वफादारी का यह सिला मिलेगा शायद ही उसके परिवार ने यह सोचा होगा;

Update: 2017-09-14 14:49 GMT

नोएडा। पति की वफादारी का यह सिला मिलेगा शायद ही उसके परिवार ने यह सोचा होगा। मदद के लिए पत्नी चार बच्चे के साथ मालिक के घर का दरवाजा पीटते रहे। जवाब हैरान करने वाला था। अंदर से आवाज आई हम भी परेशान है और न करो। पीड़ित परिवार क्या कहता आंसुओं को दामन में समेट वहां से चला गया।

हम बात गॉर्ड भानू प्रसाद शर्मा के परिवार की कर रहे है जिन्होंने मालिक के परिवार के रक्षा करते हुए अपनी जान दी। लेकिन मानवता का ऐसा घिनौना चेहरा शायद ही किसी परिवार को देखने को मिले। यह कोई कहानी नहीं हकीकत है। जब सेक्टर-44 में दिन-दहाड़े कुछ बदमाश  विनोद दयाल की कोठी में लूट की इरादे से अंदर दाखिल हुए। घर में एक बूढ़ी मां व नौकरानी थी। बदमाशों ने दोनों को घायल कर दिया। इस बीच बदमाशों की जानकारी घर के बाहर तैनात गॉर्ड भानू प्रसाद शर्मा को मिली। बिना जान की परवाह किए वह एक बदमाश पर टूट पड़े। पहले उसे हाथों से पकड़ा। नहीं पता था कि उसके पास तमंचा है। तेज आवाज हुई गोली चली जो सीने चीरते हुए निकल गई। लहुलुहान गॉर्ड ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

बदमाश को तब तक नहीं छोड़ा जब तक और लोग नहीं आ गए। पुलिस ने उसके गिरोह को पकड़ खूब वहां वाही लूटी। लेकिन गॉर्ड को क्या मिला। उसकी वफादारी का एक ऐसा जख्म मिला जो मानवता को शर्मसार करने वाला रहा। हद तो तब हो गई जब आरडब्ल्यूए सदस्य के अलावा पुलिस ने भी दरवाजा खटखटाया लेकिन बाहर कोई नहीं आया। गॉर्ड के परिवार में दो चाचा, दो बेटी, दो बेटे मां सभी लोग मालिक के घर पहुंचे। 

आस थी कि मालिक से कुछ मदद मिल जाए तो बच्चों की पढ़ाई और खर्चा चल जाएगा। उनकी उम्मीदों को मालकिन की एक आवाज ने तार-तार कर दिया। जब यह कहा कि हम भी परेशान है। चले जाओं। उम्मीदों का पुलिंदा बांध परिवार एक पल भी वहां नहीं रूका और चला गया। 

आरडब्ल्यूए ने बढ़ाए मदद के हाथ

गॉर्ड का बलिदान किसी से छुपा नहीं। आरडब्ल्यूए सदस्यों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाए। बताया गया कि पहले गॉर्ड के परिवार को एक लाख रुपए दिए जाने थे। लेकिन अब पैसे मिलाकर परिवार को पांच लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी। 

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