अमृतसर ग्रेनेड अटैक :पुलिस ने संदिग्ध हमलावराें के फोटो जारी किए

पंजाब के अमृतसर शहर से थोड़ी दूर पर स्थित गांव राजासांसी में एक धार्मिक आयोजन पर हुए ग्रेनेड हमले को लेकर पुलिस ने संदिग्ध युवकों के फोटो जारी किए;

Update: 2018-11-19 14:11 GMT

अमृतसर। पंजाब के अमृतसर शहर से थोड़ी दूर पर स्थित गांव राजासांसी में एक धार्मिक आयोजन पर हुए ग्रेनेड हमले को लेकर पुलिस ने संदिग्ध युवकों के फोटो जारी किए है। इस घटना की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) की टीम रविवार देर रात अमृतसर पहुंच गई है। एनआईए टीम की अगुवाई मुकेश सिंह कर रहे हैं।

पुलिस का दावा है कि बाइक पर सवार इन्हीं दोनों युवकों ने सत्संग भवन पर हमला किया है। वहीं इस मामले में निरंकारी भवन के प्रबंधक द्वारा पुलिस में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि ये हमला किसने करवाया है लेकिन हमले का शक खालिस्तानी समर्थकों पर है।
अमृतसर के राजासांसी के अदावली गांव के निरंकारी भवन के प्रबंधक अर्जुन सिंह ने इस मामले मेंएफआईआर दर्ज कराई है। जिसके मुताबिक, ग्रेनेड फेंकने के लिए दो युवक निरंकारी भवन पहुंचे थे। उनकी बाइक की नंबर प्लेट गायब थी। हमलावरों की मोटरसाइकिल काले रंग की पल्सर थी।

अर्जुन सिंह के मुताबिक, दोनों हमलावर सिख थे। एक ने जींस और टी-शर्ट पहनी हुई थी और दूसरा कुर्ता-पायजामा में था। दोनों ने अपने चेहरे पर कपड़ा लपेटा हुआ था। एफआईआर में बताया गया है कि बाइक पर बैठे एक युवक ने निरंकारी भवन की गेट पर सुरक्षा के लिए तैनात किए गए दो अनुयायियों को गन पॉइंट पर बंधक बना लिया ताकि वे शोर न मचा सके।इसके बाद दूसरा हमलावर, जहां सत्संग चल रहा था, वहां तेजी से गया और बैठे लोगों पर हैंड ग्रेनेड फेंक दिया। घटना को अंजाम देने के बाद वह बाहर खड़े साथी के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर फरार हो गया। 

इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हम आतंकियों के मंसूबे को कामयाब नहीं होने देंगे। अपने मीडिया सलाहकार के हवाले से सिंह ने कहा है कि जो भी इस जघन्य घटना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएगा उसे सरकार 50 लाख रुपये का इनाम देगी। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर प्रदेश सरकार बेहद संवेदनशील है। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार द्वारा जारी सूचना में यह भी कहा है कि आतंकी घटना में संलिप्त लोगों के बारे में बताने वालों का नाम गुप्त रखा जाएगा। 

इसके लिए एक मोबाइल नम्बर भी दिया गया है, जिसके माध्यम से सूचना पंजाब पुलिस को पहुंचाई जा सकती है। इस मामले को लेकर पंजाब के पुलिस महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने कहा कि हम इसे आतंकी हमला मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम इस हमले की हर पहलू से जांच कर रहे हैं।

दरअसल, खुफिया एजेंसियों को निरंकारी भवन पर हुए ग्रेनेड हमले का शक गोपाल सिंह चावला पर है जो आतंकी हाफिज सईद के साथ देखा गया था. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक चावला पंजाब में आईएसआई की मदद से धमाके करने की योजना बना रहा था। वह ऐसे ऐप्स के जरिए स्थानीय युवाओं को अपने साथ जोड़ रहा है जिसे आसानी से डिकोड न किया जा सके।

गोपाल सिंह चावला पाकिस्तानी सिख है और वह पाकिस्तानी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का पूर्व महासचिव भी रहा है। उसे खालिस्तानी समर्थक माना जाता है। सूत्रों की मानें तो आतंकी जाकिर मूसा के भी पिछले दिनों में कुछ खालिस्तानी समर्थकों से मिलने की खबर है। जाकिर मूसा को कुछ ही दिन पहले पंजाब में देखा गया था। इस बात की शंका जताई जा रही है कि जिन लोगों से जाकिर मूसा मिला है, वह स्लीपर सेल भी हो सकते हैं।

राजासांसी गांव स्थित निरंकारी भवन में रविवार को श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगता है और यहा बड़ी संख्या में भक्त आते हैं। जिस जगह ये धमाका हुआ है वो इलाका बाहरी अमृतसर का हिस्सा है। 
 

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