अमित शाह ने चंद्रबाबू नायडू को लिखी चिट्ठी
टीडीपी के विरोध से घिरी बीजेपी को बचाने के लिए अब अध्यक्ष अमित शाह ने अपने पूर्व सहयोगी को मनाने की कवायद शुरु कर दी है।;
नई दिल्ली। टीडीपी के विरोध से घिरी बीजेपी को बचाने के लिए अब अध्यक्ष अमित शाह ने अपने पूर्व सहयोगी को मनाने की कवायद शुरु कर दी है।
उन्होंने आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू को चिट्ठी लिखकर जहां एनडीए छोड़ने के फैसले को राजनीति से प्रेरित बताया, तो वहीं आंध्र के हित में काम करने की बात कहकर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की।
2019 से पहले एनडीए को अपने सहयोगी दलों की नाराज़गी झेलनी पड़ रही है,कभी शिवसेना, कभी टीडीपी, तो कभी कोई और सहयोगी लगातार एनडीए को झटका दे रहे हैं।
टीडीपी ने तो अलग होने के ऐलान के बाद से ही आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पर सड़क से लेकर संसद तक बीजेपी को घेर रखा है यहां तक कि उसने अविश्वास प्रस्ताव लाकर मोदी सरकार को हिलाने की रणनीति भी बना ली है।
टीडीपी के इन तेवरों से पार्टी की परेशानी बढ़ सकती है इसीलिए अमित शाह अब अपने रुठे हुए पूर्व सहयोगी की खुशामद में जुट गए हैं।
बीजेपी अध्यक्ष ने आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू के मान मनौव्वल के लिए एक खत लिखा है...पत्र में उन्होंने लिखा कि..यह फैसला पूरी तरह से राजनीति को ध्यान में रखते हुए लिया गया, जबकि प्रदेश के विकास को नजरंदाज किया गया है। बीजेपी हमेशा से ही विकास और काम करने में भरोसा रखती है और यही उसका प्रेरणा स्रोत है।
नायडू को रिझाते हुए शाह ने लिखा कि आंध्र प्रदेश के बंटवारे से लेकर आज तक बीजेपी ने हमेशा आंध्र प्रदेश के लोगों की आवाज को उठाया है और लोगों के हितों के लिए काम किया है। “हम लगातार तेलुगू लोग और राज्य के हित के बारे में सोचते हैं।”शाह ने अपनी इस चिट्ठी से नायडू की नाराजगी दूर करने की कोशिश तो की है लेकिन क्या इस मान मनौवल के बाद टीडीपी का गुस्सा शांत होगा क्या वो अविश्वास प्रस्ताव से पीछे हटेगी क्या फिर करेगी दोस्ती का ऐलान ये देखना बाकी है।