सभी नेता किसानों के हित के लिए करें काम-जाट
किसान महापंचायत के राष्ट्रीयअध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा है कि किसानों के मामले में राजनीति करने की बजाय सभी दलों के नेताओं को किसान हित में काम करना चाहिए;
जयपुर। किसान महापंचायत के राष्ट्रीयअध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा है कि किसानों के मामले में राजनीति करने की बजाय सभी दलों के नेताओं को किसान हित में काम करना चाहिए।
श्री जाट ने आज अपने बयान में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं भाजपा के अन्य नेताओं की किसानों की उपज के दाम दिलाने के लिए राज्य सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग निराधार है, क्योंकि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की नीति निर्धारण केन्द्र सरकार करती है। योजना में तैयार प्रधानमन्त्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान (पीएम आशा ) में तिलहन एवं दलहन के खरीद के कुल उत्पादन का 25 प्रतिशत करने की मात्रा की सीमा निर्धारित कर दी गई। गेंहू खरीद में तो लक्ष्य 15 प्रतिशत से कम है। नब्बे दिन में खरीद का प्रावधान कर अवरोध पेश किया गया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को केन्द्र सरकार से किसानों की पूरी उपज खरीदने का प्रावधान करने का आग्रह किया जाना चाहिए, अभी केन्द्र में उनकी पार्टी की सरकार भी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में विधानसभा चुनाव के समय भाजपा ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में किसानों को समर्थन मूल्य दिलाने के लिए स्थाई तंत्र बनाने का वादा किया था। लेकिन जब किसानों ने अपनी मांग उठाई और आंदोलन किया तो उन्हें कई बार गिरफ्तार कर लिया गया तथा श्री जाट को जेल में डाल दिया गया।
उन्होंने कहा कि सभी दलों के नेताओं को किसान हित में काम करना चाहिए।
श्री जाट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा किसानों की उपज की खरीद 50 प्रतिशत करने तथा कोरोना वायरस के संकट के समय में खरीद अवधि बढ़ाकर छह महीने करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र का हवाला दिया और कहा कि सभी नेताओं को मिलकर किसानों की आवाज उठानी चाहिए।