स्वामी विपुलानंद संस्थान को लेकर भारत-श्रीलंका में समझौता

भारत और श्रीलंका के बीच सोमवार को कोलंबो में स्वामी विपुलानंद इंस्टिट्यूट ऑफ एस्थेटिक स्टडीज को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के समझौता किया गया;

Update: 2019-01-22 12:12 GMT

कोलंबो। भारत और श्रीलंका के बीच सोमवार को कोलंबो में स्वामी विपुलानंद इंस्टिट्यूट ऑफ एस्थेटिक स्टडीज को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के समझौता किया गया।

श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त तरणजीत सिंह संधू ने श्रीलंका के नगर नियोजन, जलापूर्ति और उच्च शिक्षा मंत्री रौउफ हाकिम और सचिव एम. एम. पी. के मायादुने की मौजूदगी में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। 

श्रीलंका के समाचार पत्र कोलंबो पेज के अनुसार, श्रीलंका के बट्टीकालोआ जिले में ईस्टर्न यूनिवर्सिटी में स्थित स्वामी विपुलानंद इंस्टिट्यूट ऑफ एस्थेटिक स्टडीज को आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

भारत सरकार समझौते के तहत संस्थान में 27.5 करोड़ की लागत से आधुनिक इमारत का निर्माण, सभागार का नवीनीकरण, ऑडियो-वीडियो सह संपादन सुविधाएं और आपूर्ति वाहन की सुविधा प्रदान करेगी। 

भारत सरकार ने श्रीलंका की विकास परियोजनाओं में सहयोग प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता जतायी।
भारतीय उच्चायुक्त ने कहा कि भारत श्रीलंका को तीन अरब अमेरिकी डाॅलर की विकास सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसमें से 56 करोड़ डालर की विशुद्ध रूप से अनुदान सहायता है। 

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