आंदोलनरत किसानों ने डीएम और सांसद सुरेंद्र नागर के सामने रखी अपनी मांग
जिलाधिकारी और सांसद से वार्ता के बाद किसानों की मांग पर नहीं बनी सहमति;
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ मंगलवार 29वें दिन धरनारत किसानों की डीएम एवं सांसद सुरेंद्र नागर से वार्ता हुई। वार्ता के दौरान किसानों ने अपनी पूरी मांग रखी।
वार्ता के बाद भी किसानों की मांगों पर कोई सहमति नहीं बन पाई, किसानों ने कहा कि उनका आंदोलन अनवरत जारी रहेगा। किसानों का प्रतिनिधिमंडल डीएम मनीष कुमार वर्मा से मिला और मिलकर उन्हें किसानों के 10 फीसदी आबादी प्लाट, सर्किल रेट में लंबे समय से रुके हुए रेट रिवीजन और उसी रुके हुए रेट रिवीजन के कारण किसानों के अत्यधिक कम मुआवजा के बारे में अवगत कराया गया साथ ही जिलाधिकारी को प्राधिकरण द्वारा जानबूझकर किसानों के लंबित अन्य मुद्दों 17.7 फीसदी प्लाट कोटा, आबादियों के लीज बैक, 120 वर्ग मीटर का न्यूनतम प्लाट, समझौते के अनुसार भूमिहीनों का 40 वर्ग मीटर का प्लाट, एवं अन्य मुद्दों से अवगत कराया। किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि हमने सभी स्तर के अधिकारियों को अपने मुद्दों से अवगत करा दिया है।
एसडीएम से लेकर प्राधिकरण के चेयरमैन तक सभी किसानों के मुद्दों से अच्छी तरह वाकिफ हो चुके हैं, आज हमने डीएम को भी अपने मुद्दों से अवगत करा दिया है सांसद सुरेंद्र नागर को भी मुद्दों से अवगत करा दिया गया है, अब सरकार अथवा सत्ताधारी पार्टी का कोई भी व्यक्ति यह नहीं कह सकता कि किसानों की तरफ से मुद्दों को अवगत कराने में किसी तरह की ढील बरती गई है फैसला सरकार और अफसरों को लेना है कुछ भी नया नहीं है पुराने समझौते कानून और नियमों को लागू करने की मांग किसान कर रहे हैं, सरकार द्वारा दिखाई जा रही उदासीनता 2024 के लोकसभा चुनाव में भारी पड़ सकती है, आज ग्राम शयोराजपुर एवं इमलिया में किसान सभा की सदस्यता, कमेटी निर्माण और आंदोलनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए महापंचायतों का आयोजन किया गया। राजीव नागर ने कि यह क्षेत्र 1857 के क्रांतिकारियों का क्षेत्र है सभी संगठन विपक्षी पार्टियां किसानों के साथ हैं मुद्दों को हल करने के बाद ही डेरा समाप्त होगा।