वाराणसी के गंगा घाटों को स्वच्छ बनाने की मुहिम शुरू
उत्तर प्रदेश में वाराणसी के गंगा घाटों पर खुले में शौच पर तत्काल रोक के साथ 15 मई से व्यवसायिक लाभ के लिए कपड़े धोने पर पूर्व रुप से प्रतिबंध लगा दिया गया है;
वाराणसी। उत्तर प्रदेश में वाराणसी के गंगा घाटों पर खुले में शौच पर तत्काल रोक के साथ 15 मई से व्यवसायिक लाभ के लिए कपड़े धोने पर पूर्व रुप से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने सफाई एवं अन्य विकास कार्यों की समीक्षा के बाद वाराणसी नगर निगम को इस आदेश पर अमल कराने का कल आदेश दिया था।
उन्होंने घाटों को स्वच्छ बनाने के लिए चल रहे प्रयासों एवं प्रगति की जानकारी लेने के बाद सुस्त रफ्तार में काम होने पर निगम के अधिकारियों को फटकार लगायी और चेतावनी देते हुए उन्हें सफाई के प्रति लोगों को जागरूक करने के अभियान को और तेज करने का निर्देश दिया।
अग्रवाल ने व्यवसायिक लाभ के लिए गंगा घाटों पर कपड़े धोने वाले लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि शहर में निर्मित धोबी घाटों पर ही कपड़ों की धुलाई हो। उन्होंने व्यवसायिक लाभ के लिए कपड़े धोने के लिए खतरनाक केमिकल एवं साबुन के इस्तेमाल पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश दिये।
उन्होंने कई गंगा घाटों पर लोगों द्वारा खुले में शौच किये जाने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की और इसे तत्काल रोकने के लिए उचित कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने सिन्धिया घाट पर निर्माणाधीन सामुदायिक शौचालय का कार्य दस मई तक पूरा कराये जाने का निर्देश देते हुए कहा कि 11 मई को वह इसका स्थलीय निरीक्षण करेंगे और कार्य पूरा नहीं होने की स्थिति में जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।