40 वर्षो बाद जलसंसाधन विभाग ने किसानों के चेहरे में लाई खुशी

घिवरी- हथमुड़ी डायवर्सन से लगभग 40 वर्ष बाद क्षेत्र के तकरीबन 10 से ऊपर गावं के कृषकों को सिंचाई विभाग के द्वारा धान के फसल के लिये नहर के माध्यम से प्रथम वर्ष में नि:शुल्क पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है;

Update: 2017-09-24 15:01 GMT

बेमेतरा। घिवरी- हथमुड़ी डायवर्सन से लगभग 40 वर्ष बाद क्षेत्र के तकरीबन 10 से ऊपर गावं के कृषकों को सिंचाई विभाग के द्वारा धान के फसल के लिये नहर के माध्यम से प्रथम वर्ष में नि:शुल्क पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। भीषण अकाल की स्थिति में धान के खेतो तक पानी पहुंचने से लाभांवित कृषक गदगद है।

ज्ञात हो कि नगर निर्माण के बाद पहली बार किसानों को विभाग के द्वारा नहर की तकनीकी खामी दूर करने के बाद पानी मिल पा रहा है। जिससे लगभग ढ़ाई हजार एकड़ की सिंचाई होने की विभाग ने उम्मीद जताई है।

ग्राम घिवरी स्थित जलाशय से नहर निर्माण कर 40 वर्ष बाद पहली बार खरीफ फसल में सिंचाई के लिये पानी निर्मित नहर के माध्यम से पानी मिलने पर ग्राम हथमुड़ी, भुरकी, कंतेली, ओटेबंध, खिलोरा, फरी, तेलईकुड़ा, जेवरी, बीजाभाठ, अमोरा के किसानों में हर्ष का माहौल बना हुआ है।

सन् 1976 से जल संसाधन विभाग की देख रेख में निर्मित घिवरी-हथमुड़ी डायवर्सन से कृषको के खरीफ फसल को पानी देने के लिये विभाग के द्वारा कड़ी मेहनत व सार्थक प्रयास से 19 कि.मी. तक नहर का निर्माण किया गया है। किसी न किसी कारणों का व्यवधान उत्पन्न होते गया किन्तु समय बीतने के साथ आज किसानो का सिंचाई रूपी सपना साकार रूप ले पाया। इस नहर से क्षेत्र के विभिन्न गांवो के 1015 हेक्टेयर के सिंचाई की क्षमता वाले नहर में पानी का बहाव देखने वाले किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी।

वहीं उनके बीच अकाल की स्थिति में खेतो तक पानी पहुंचने से किसानों के चेहरो पर रौनक आकर उत्सवी माहौल दिखलाई पड़ रहा था। जल संसाधन विभाग के अनुसार फिलहाल 15वें कि.मी. पर नहर में पानी पहुंच गया है। प्रथम बार नहर में सिंचाई पानी की आपूर्ति की वजह से विभाग द्वारा फिलहाल इस सिंचाई सीजन में नि:शुल्क पानी खेतो तक पहुंचाया जा रहा है। 

विदित हो कि घिवरी-हथमुड़ी नहर की कुल लम्बाई 19 कि.मी. है। जिसमें 4 माइनर नहर बीजाभाठ, जेवरी, अमोरा एवं तेलईकुड़ा शामिल है। बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम के किसानों को सिंचाई सुविधा का सीधा लाभ मिलेगा तथा इस डायवर्सन से लगे साजा क्षेत्र के ग्राम घिवरी, टूरासेमरिया, पदमी के ग्रामीण सिंचाई हेतु पानी पंप के माध्यम से अपने खेतो तक ले जा सकते है। सिंचाई के अतिरिक्त मानसूनी दगाबाजी से प्रभावित नहर के आसपास के गांव में निस्तारी हेतु तालाबों में भी पानी भरा जा सकेगा।

जल संसाधन विभाग ने प्रथम वर्ष में ट्रायल के रूप में इस वर्ष नि:शुल्क पानी उपलब्ध करवाया है लेकिन आने वाले वर्ष में अनुबंध करवाने पश्चात् ंिसचाई पानी कृषको को उपलब्ध हो पावेगा। हथमुड़ी डायवर्सन के साथ ही इसी तरह ग्राम चंदनू एवं आसपास संकरी डायवर्सन फेस 2 में तकनीकी कमिया आने वाली जून माह तक दूर कर आगामी मानसूनी फसल में क्षेत्र के 30-35 गांवों के कृषको के तकरीबन 10 हजार एकड़ को सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो पायेगी।

घिवरी-हथमुडी नहर से पानी दिया जा रहा है। नहर लाईनिंग एवं रिमाडलिंग का कार्य पूर्ण होते ही आगामी वर्ष खेतो तक भरपूर पानी दिया जायेगा। कुछ तकनीकी खामियां इस निर्माण में थी, उसे बड़े लम्बे अर्से के बाद दूर कर दिया गया है। इस नहर से वर्तमान में 15 गांव के कृषको के 2500 एकड़ सिंचाई का लाभ होगा। इसी तरह चंदनू स्थित सकरी फेस टू का भी तकनीकी खामी को दूर कर आगामी वर्षाकाल में दोनों नहरो से क्षेत्र के तकरीबन 10 हजार एकड़ में सिंचाई के लिये खरीफ फसल मे सुगम एवं तेज बहाव के साथ पानी पहुंचाया जायेगा।
- बी.पी.सिंह, संभागीय कार्यपालन अभियंता जलसंसाधन विभाग बेमेतरा

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