प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचे तमिलनाडू के किसानों का नग्न प्रदर्शन
किसान लगभग पिछले एक माह से अपनी मांगों को लेकर जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे थे, जिस दौरान सोमवार को अपनी मांगों के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय ज्ञापन देने के लिए आए थे।;
नई दिल्ली, 11 अप्रैल (देशबन्धु)। जंतर-मंतर पर अपनी मांगों को लेकर पिछले 28 दिनों से धरने पर बैठे तमिलनाडु के किसानों ने सोमवार को साउथ ब्लॉक स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर नग्न होकर प्रदर्शन किया, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उन किसानों को हिरासत मे ले लिया।
किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को दिल्ली पुलिस के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ज्ञापन देने के लिए साउथ ब्लॉक गया था, हालांकि उस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यालय में नहीं थे। कुछ देर प्रतीक्षा करने के बाद सूखे और कर्जग्रस्त किसानों से इंतजार सहन नहीं हुआ और उसमें से एक किसान पुलिस के वाहन से अचानक कूदकर सड़क पर नग्न दौड़ने लगा। अपने साथी के विरोध को देख अन्य किसान भी उसके समर्थन में उतर आए और सड़क पर नंगे होकर दौड़ने लगे।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि किसान लगभग पिछले एक माह से अपनी मांगों को लेकर जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे थे, जिस दौरान सोमवार को अपनी मांगों के बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय ज्ञापन देने के लिए आए थे। कुछ अज्ञात कारणों से किसान भड़क गए, जिसके बाद उन्होंने वहां सड़कों पर निर्वस्त्र होकर दौडऩा शुरू कर दिया।
पुलिस की ओर से किसानों को हिरासत में लेने जैसे कोई कार्यवाही नहीं की गई है, लेकिन किसानों को पुलिस की गाड़ी मे बैठाकर जंतर मंतर पर जरूर छोड़ा गया है।
पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि किसान प्रतिनिधिमंडल पर कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गई है और उन्हें तुरंत सकुशल जंतर मंतर छोड़ दिया गया है।
बता दें कि तमिलनाडु के इन किसानों का कहना है कि वे भयंकर सूखे और कर्ज की बोझ के तले दबे हुए हैं। राज्य में पूर्वोत्तर मानसून के दौरान बहुत कम बारिश हुई है, जिससे सूखे व कर्ज के भारी बोझ के चलते आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हैं। उनकी मांग है कि सरकार कर्ज माफी के साथ किसानों के लिए राहत पैकेज भी दें, मद्रास उच्च न्यायालय भी किसानों की दिक्कतों को देखते हुए कर्ज माफी का निर्देश दे चुका है।