न्यूयार्क में कथित आतंकवादी हमला, 8 की मौत,
ट्रंप ने ट्वीट किया, 'मिडिल ईस्ट में हराने के बाद अब ISIS को वापस नहीं आने देंगे और न ही अमेरिका में घुसने देंगे'।;
नई दिल्ली, 1 नवंबर। न्यूयार्क के मैनहट्टन में मंगलवार को एक शख्स ने राहगीरों पर ट्रक चढ़ा दिया, जिसमें आठ लोगों की मौत जबकि 12 लोग घायल हो गए।
न्यूयार्क के मेयर बिल दे व्लासिओ ने इस घटना को 'आतंकवादी कृत्य' करार दिया है। संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मेयर बिल डी ब्लेसियो ने कहा,
"अब तक मिली सूचनाओं के आधार पर यह घटना एक आतंकवादी कृत्य थी, जिसका उद्देश्य निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना था।"
अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक न्यूयॉर्क के मैनहटन में मंगलवार दोपहर को एक ट्रक सवार ने साइकिल और पैदल पथ पर लोगों को रौंदना शुरू कर दिया। उक्त घटना में 8 लोगों की मौत हो गई है जबकि 10 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। पुलिस ने संदिग्ध को हिरासत में ले लिया है। आरोपी के पास से 2 नकली बंदूक भी बरामद हुई हैं। न्यूयॉर्क पुलिस ने इलाके को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
ट्रक ने अपनी चपेट में एक स्कूल बस को लिया जिसमें 3 बच्चे सवार थे।
व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप को इस घटना की जानकारी दे दी गई है और लगातार उन्हें इसका विस्तृत ब्यौरा दिया जा रहा है। यह घटना लोअर मैनहटन की है जहां से वर्ल्ड ट्रेड सेंटर मेमोरियल काफी नजदीक है।
न्यूयॉर्क के मेयर ने इसे कायरतापूर्व आतंकी वारदात बताया है। उन्होंने इस हमले के पीछे किसी बड़ी साजिश की कम आशंका जताई है लेकिन इसके मानवता के खिलाफ क्रूर हमला जरूर बताया।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक संदिग्ध हमलावर 29 वर्षीय उज़्बेकिस्तानी नागरिक है, जो 2010 में यूएसए आया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले की निंदा करते हुए ट्वीट किया, 'न्यूयॉर्क में एक बीमार किस्म के आदमी ने हमला किया, सुरक्षा एजेंसिया इस पर अपनी नजरें बनाए हुए हैं'।
ट्रंप ने ट्वीट किया,
'मिडिल ईस्ट में हराने के बाद अब ISIS को वापस नहीं आने देंगे और न ही अमेरिका में घुसने देंगे'।
राष्ट्रपति ट्रंप हमले में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना भी जाहिर की है।
In NYC, looks like another attack by a very sick and deranged person. Law enforcement is following this closely. NOT IN THE U.S.A.!
We must not allow ISIS to return, or enter, our country after defeating them in the Middle East and elsewhere. Enough!
My thoughts, condolences and prayers to the victims and families of the New York City terrorist attack. God and your country are with you!
The Manhattan attack suspect is a 29-year-old from Uzbekistan who came to the U.S. in 2010 https://t.co/pYgYXhQdHG
This is a very painful day in our city, but New Yorkers will not be changed by an act of terror. pic.twitter.com/pJWVyihFaW
New Yorkers have been tested before. We will not be intimidated. pic.twitter.com/5JEbPJoNWR