500 क्विंटल धान की हेराफेरी उजागर
सारंगढ़ क्षेत्र स्थित उलखर धान संग्रहण केन्द्र मे इस मर्तबे भी लगभग 500 क्विंटल धान का घोटाला उजागर हुआ है;
सारंगढ़। सारंगढ़ क्षेत्र स्थित उलखर धान संग्रहण केन्द्र मे इस मर्तबे भी लगभग 500 क्विंटल धान का घोटाला उजागर हुआ है और इसमे आश्चर्य जनक पहलू यह है कि उक्त घोटाले पर संबंधित अधिकारी मौन साधे हुये है।उल्लेखनीय हो इस धान संग्रहण केन्द्र मे पिछले वर्ष भी 1600 क्विंटल धान का घोटाला सामने आया था जो अभी न्यायालय मे लंबित है। पिछले वर्ष के धान घोटाले मे सोसायटी के कुछ अधिकारी-कर्मचारियों के साथ एक तथा कथित भाजपा नेता भी न्यायालयीन कार्यवाही के सपेटे मे है।पिछले वर्ष के साथ ही इस सत्र मे उलखर धान संग्रहण केन्द्र के धान घोटाले मे मार्कफेड के अधिकारियो के साथ ही स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी गंगा नहा रहे है।
उलखर सोसायटी के सूत्रो ने अपना नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि उलखर धान संग्रहण केन्द्र की 500 क्विंटल धान की सुख्ती के मामले मे जाँच पड़ताल के लिये सहकारिता विभाग के उप पंजीयक बसंत मार्कफेड के डीएमओ भगत सहित अन्य अधिकारियो सहित सारंगढ के आला अधिकारी पिछले महीने तीन-तीन बार सोसायटी का निरीक्षण कर चुके है, लेकिन उक्त संग्रहण केन्द्र से कृषको से खरीदी गये सभी धान का उठाव पूर्ण हो जाने के बाद भी ना तो सहकारिता विभाग के अधिकारी और ना ही सारंगढ के अधिकारी सोसायटी के जिम्मेदार अधिकारी करिंदो को धान की वसूली या क्षतिपूर्ति के लिये कोई कारगर कार्यवाही नही कर रहे है।
सूत्रो ने कहा कि अपेक्स बैंक के अधिकारी भी मामला को सलटाने मे जुटे है।क्षेत्र के कुछ भाजपा नेता भी इस मामले मे रसमलाई का स्वाद चख रहे है। उक्त धान घोटाला को दबाने के एक अन्य प्रयास के तहत सहकारिता विभाग के कुछ जिम्मेदार अधिकारी यह प्रयास भी कर रहे है उलखर सोसायटी को छोड़कर बाकी अन्य ग्यारह धान खरीदी केन्द्र या सोसायटियाँ है वे बीस बीस पच्चीस पच्चीस क्विंटल धान अपने केन्द्रो से भरकर उलखर सोसायटी के उक्त धान कमी की पूर्ति करे।