सिम्स में लंबित पड़ी है 50 पीएम रिपोर्ट

सिम्स का फोरेंसिक विभाग पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने में नाकाम साबित हो रहा है;

Update: 2017-11-09 13:20 GMT

बिलासपुर। सिम्स का फोरेंसिक विभाग पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने में नाकाम साबित हो रहा है। फोरेंसिक विभाग में 6 माह से लेकर अभी तक के 50 पीएम रिपोर्ट लंबित है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अभाव में कई मामलों की पुलिस जांच अटकी हुई है। वहीं मृतकों के परिजन भी सिम्स चौकी व फोरेंसिक डिपार्टमेंट के चक्कर काट रहे हैं।

सिम्स चौकी से मिली जानकारी के अनुसार लोरमी क्षेत्र के अखरार निवासी लखन धु्रव पिता संतोष धु्रव 30 वर्ष की मौत सिम्स के बर्न वार्ड में हुई थी। 27 मई को मृतक का पोस्टमार्टम सिम्स में कराया गया था। दूसरा मामला बिल्हा क्षेत्र का है। जिसमें केवांदी निवासी चीना मनहर पति जगमोहन की मौत होने के बाद मामला संदिग्ध होने पर पुलिस ने 12 जून को पुलिस ने मृतका का पीएम कराया था। वहीं चकरभाठा इन्द्रपुरी निवासी ऋषि दास पिता प्रेमदास की भी जांच रिपोर्ट पूरी नहीं हुई है।

इन तीनों मामलों के फोरेसिंक विभाग से पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिलने पर पुलिस जांच प्रभावित हो रही है। सिम्स चौकी प्रभारी योगेश गुप्ता ने बताया कि फोरेंसिक विभाग को पीएम रिपोर्ट के लिये लगातार पत्र लिख रहे हैं। विभाग के आलाधिकारियों को जानकारी दे दी गई है।
सिम्स के फोरेंसिक विभाग में फोरेंसिक एक्सपर्ट की कमी इसका मुख्य कारण है। जिससे पोस्टमार्टम रिपोट्र की जांच में देरी हो रही है।

वहीं पिछले वर्ष एक डॉक्टर के नौकरी छोड़कर चले जाने से फोरेंसिक विभाग की व्यवस्था चरमरा गई है। जिससे जांच रिपोर्ट में देरी हो रही है।

गौरतलब है कि संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में दुर्घटनाओं से घायल मरीजों को उपचार के लिये भर्ती कराया जाता है। अपराध से जुड़े मामलों में सिम्स अस्पताल के मरच्यूरी में ही मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जाता है। पुलिस विभाग के लिये विवेचना में पोस्टमार्टम रिपोट्र के साथ डाक्टर की राय महत्वपूर्ण साबित होती है।

पीएम रिपोर्ट के आधार पर ही पुलिस कई मामलों में पीड़ित को न्याय दिलाती है। न्याय और अपराध से जुड़े मामले में सिम्स के फोरेंसिक विभाग अरसे से लापरवाही बरत रहा है। जिसके कारण पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा है।

Full View
 

Tags:    

Similar News