दिल्ली चुनाव में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या में 37 प्रतिशत की वृद्धि
पिछले साल हुए आम चुनावों के मुकाबले दिल्ली विधानसभा चुनावों में इस बार 37 प्रतिशत अधिक दिव्यांग मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे;
नई दिल्ली। पिछले साल हुए आम चुनावों के मुकाबले दिल्ली विधानसभा चुनावों में इस बार 37 प्रतिशत अधिक दिव्यांग मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय द्वारा संकलित नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, विधानसभा चुनाव 2020 के लिए 6 जनवरी 2020 तक कुल 55,823 दिव्यांग मतदाता में पंजीकृत हुए हैं।
2019 के लोकसभा चुनावों में इन वोटरों की संख्या 40,532 (37.72 प्रतिशत) थी। दृष्टिबाधित, भाषण/श्रवण अक्षमता, लोकोमोटर विकलांगता और अन्य विकलांगता के आधार पर दिव्यांग मतदाताओं को वर्गीकृत किया जाता है।
इन श्रेणियों में से प्रत्येक में मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है। यह एनसीटी की चुनावी प्रक्रिया में ऐसे मतदाताओं के उच्च पंजीकरण को दर्शाती है।
मुख्य चुनाव अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा कि दिव्यांगजन अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें और उन्हें दिक्कतें ना आए, इसे लेकर उनके कार्यालय ने विशेष ध्यान रखा है।
इसमें मतदान केंद्रों पर रैंप, व्हीलचेयर, वॉलंटियर्स, ब्रेल मतदाता किट और साइन लैंग्वेज की सुविधा सहित जो लोग गंभीर विकलांगता के कारण मतदान केंद्रों पर नहीं आ सकते हैं, उनके लिए मतदान के दिन पिक एंड ड्रॉप की सुविधा व पोस्टल बैलट विकल्प शामिल हैं।