11 जन केंद्रित ऑडिट दस्तावेज तैयार, सीएजी की घोषणा
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने कहा कि ज्ञान सेवा समिति (केएससी) के कार्यकारी समूह नवंबर से पहले सार्वजनिक खरीद ऑडिट पर एक नया मार्गदर्शन लाएंगे;
नई दिल्ली। भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ने कहा कि ज्ञान सेवा समिति (केएससी) के कार्यकारी समूह नवंबर से पहले सार्वजनिक खरीद ऑडिट पर एक नया मार्गदर्शन लाएंगे। सीएजी गिरीश चंद्र मुर्मू ने घोषणा की कि केएससी वकिर्ंग ग्रुप्स ने विभिन्न जन-केंद्रित मुद्दों को कवर करते हुए 11 दस्तावेज लाए हैं, जैसे प्लास्टिक कचरे का ऑडिट, टिकाऊ परिवहन, जलवायु वित्तपोषण, स्थिरता मुद्दों का ऑडिट, साइबर सुरक्षा और डेटा संरक्षण, आईटी का ऑडिट शासन, ऋण प्राधिकरण, चोरी की संपत्ति की वसूली, और सार्वजनिक खरीद में भ्रष्टाचार की रोकथाम।
उन्होंने नवंबर से पहले सार्वजनिक खरीद ऑडिट पर एक नया मार्गदर्शन लाने का भी विश्वास व्यक्त किया।
काहिरा में नॉलेज शेयरिंग एंड नॉलेज सर्विसेज कमेटी (केएससी) की वार्षिक बैठक का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि सर्वोच्च ऑडिट संस्थानों के काम की प्रमुख चुनौतियों में से एक सतत विकास लक्ष्यों की ऑडिट है, क्योंकि स्थिरता की जरूरत है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पारिस्थितिक स्थिरता, अर्थशास्त्र के साथ-साथ सांख्यिकीय आंकड़ों के विश्लेषण की जटिल गतिशीलता की सराहना के साथ नीति समर्थन और मूल्यांकन का समर्थन किया जाना चाहिए।
सीएजी ने सार्वजनिक क्षेत्र के ऑडिट के कई क्षेत्रों में मूल्यवान उत्पादों को सामने लाकर महसूस की गई जरूरतों को पहचानने और अंतराल को भरने में केएससी की भूमिका को रेखांकित किया।