गुजरात में बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 10, एसडीआरएफ की 12 टीमें तैनात
गुजरात में चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ से बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 19 और एसडीआरएफ की 12 टीमें तैनात की गयी हैं;
गांधीनगर। गुजरात में चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ से बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 19 और एसडीआरएफ की 12 टीमें तैनात की गयी हैं।
सरकारी सूत्रों के अनुसार गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, मोरबी, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, जूनागढ़, राजकोट और वलसाड समेत नौ तटीय जिलों और एक केंद्र शासित प्रदेश दीव में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 19 टीमें तैनात की गई हैं। इसके साथ सात तटीय जिलों (कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, मोरबी, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, जूनागढ़) और पाटण, बनासकांठा तथा सूरत में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की 12 टुकड़ियां तैनात की गई हैं। जबकि एक एसडीआरएफ टुकड़ी को रिजर्व रखा गया है।
चक्रवात, बरसात और तेज हवाओं को ध्यान में रखकर पूर्व तैयारियों के रूप में सौराष्ट्र के आठ जिलों में विभिन्न क्षेत्रों में लगाए गए 4317 होर्डिंगों को हटा दिया गया है, ताकि जान-माल की हानि को टाला जा सके। इसके अलावा इन आठ जिलों में 21,595 नौकाओं को लंगर डाल खड़ा किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गयीं तैयारियां: राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने संभावित प्रभावित क्षेत्रों में दवाइयों और लॉजिस्टिक्स का पर्याप्त भंडार सुनिश्चित किया है। संभावित प्रभावित जिलों के अस्पतालों में 100 फीसदी डीजल जनरेटरों की व्यवस्था की गई है। चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका वाले क्षेत्रों में पर्याप्त चिकित्सा सहायता मुहैया कराने के लिए कुल 202 108-एंबुलेंस और 264 सरकारी एंबुलेंस आवंटित की गई हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संभावित प्रभावित क्षेत्रों में रह रहीं गर्भवती महिलाओं तथा उनकी अनुमानित डिलीवरी की तारीखों की सूची बनाई गई है ताकि उन्हें समय पर उचित उपचार उपलब्ध कराया जा सके। इन जिलों में कुल 197 डीजी सेट आवंटित किए गए हैं।
राज्य एवं जिला स्तर पर कंट्रोल रूम की व्यवस्था: 11 जून से ही गुजरात में राज्य स्तर तथा जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बना दिए गए हैं। कच्छ और सौराष्ट्र के क्षेत्रों में मेडिकल टीम और विशेषज्ञों को भेजा गया है। इसके तहत मोरबी में 10, कच्छ में 15, द्वारका में 5, जामनगर में 2, गिर सोमनाथ में 2 सहित लगभग 30 विशेषज्ञ डॉक्टरों को संभावित प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है। चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका वाले सभी जिलों और महानगर पालिकाओं में एंटी एपिडेमिक ड्रग्स का स्टॉक सुनिश्चित किया गया है।
इन प्रत्येक जिलों में एक मेडिकल कॉलेज आरआरटी और प्रत्येक तहसील में दो मेडिकल टीमों की व्यवस्था की गई है। चक्रवात के प्रभावों को ध्यान में रखकर तत्काल प्रभाव से 50 लाख रुपए की ग्रांट भी जारी की गई है। इसके अंतर्गत कच्छ में 15 लाख रुपए और शेष सात जिलों में पांच लाख रुपए प्रति जिला के हिसाब से ग्रांट जारी की गई है। संभावित प्रभावित जिलों में 92 वेक्टर कंट्रोल टीमें तैनात की गई हैं।