ग्राम पंचायत चकरदा में हुक्कापानी बंद
बिलाईगढ़ ब्लाक के अन्तर्गत ग्राम पंचायत चकरदा की महिला पंच सजन बाई सोनवानी के द्वारा 23 फरवरी को अपने ही ग्राम पंचायत के गांव वालों के नाम से हुक्कापानी बंद कर देने की लिखित शिकायत;
गिरसानाला। बिलाईगढ़ ब्लाक के अन्तर्गत ग्राम पंचायत चकरदा की महिला पंच सजन बाई सोनवानी द्वारा 23 फरवरी को अपने ही ग्राम पंचायत के गांव वालों के नाम से हुक्कापानी बंद कर देने की लिखित शिकायत पुलिस थाना सरसीवां में की गई थी लेकिन पांच महीने गुजर जाने के बाद भी उसके आवेदन पर कोई भी कार्यवाही नहीं हो पाई सजन बाई और उसके परिवार वाले कई बार सरसीवां थाने का चक्कर लगा चुके हैं।
महिला पंच द्वारा अपने गांव वालों के द्वारा हुक्कापानी बंद कर देने की शिकायत जिला कलेक्टर और पुलिस अधिक्षक से की गई है। लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है।
चकरदा ग्राम पंचायत का मामला इस प्रकार है महिला पंच सजन बाई सोनवानी के बताये अुनसार गांव के कुछ लोगों ने सरपंच खगेश राम सोनवानी का साथ नहीं देने का दबाव बनाया और सरपंच से कहा कि सहयोग दोगे तो तुम्हें और तुम्हारे परिवार वालों का हुक्कापानी बंद कर दिया जाएगा जबकि महिला पंच और सरपंच एक ही परिवार में से है, अगर सरपंच का सहयोग करोगे तो हुक्कापानी के साथ-साथ पचास हजार रूपये का जुर्माना एवं तुम्हें गांव से बहिष्कृत कर दिया जाएगा, जबकि मेरे द्वारा गांव वालों के विरूद्ध 23 फरवरी को नामजद रिपोर्ट रामाधार साहू, अनिल साहू, पुरूषोत्तम साहू, श्यामाचरण साहू, भूषण साहू, केदार साहू, अवध साहू, पुनेश्वर साहू, मदन साहू, गिरीश साहू, बलराम साहू, रामचंद साहू, प्रेमलाल साहू, श्यामसुंदर, धनीराम साहू, साहेबलाल साहू ये सभी चकरदा ग्राम पंचायत के निवासी है के नाम दर्ज कराई गई है।
महिला पंच सजन बाई सोनवानी के कथन अनुसार चकरदा ग्राम पंचायत के किरानों की दुकान एवं अन्य मेरे एवं मेरे परिवार वालों के बच्चों को कोई भी खाने-पीने का सामान नहीं मिलता और हैण्डपम्पों से पानी लेने जाने पर जातिसूचक ताना सुनाया जाता है, यहां तक की हम पांच परिवार वालो को तालाबों में नहाना बंद कर दिए है और रात के समय घर में शराब की खाली बोतलों को फेकना और घर के दरवाजे पर पत्थर व डंडा मारा जाता है आज सजनबाई सोनवानी और पांचों परिवारों के उपर ग्रामीणों द्वारा हुक्कापानी बंद कर देने से आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है, वार्ड 3 की महिला पंच सजन बाई द्वारा अपने और अपने परिवार वालों की न्याय की गुहार के लिए दर-दर भटक रही है।
गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाली महिला पंच सजन बाई सोनवानी का हुक्कापानी बंद हो जाने के कारण राशन दुकानों से राशन के लिए वंचित होना पड़ गया है। शासन की योजनाओं के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है जबकि खाद्य विभाग से सजनबाई सोनवानी के नाम से चावल आबंटित होता है ।
महिला पंच सजनबाई सोनवानी के देवर संतोष सोनवानी और उसकी पत्नी राजकुमारी सोनवानी के द्वारा बतलाया गया कि चकरदा ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका द्वारा तीन माह का रेडी-टु-ईट और ना ही तीन महिने से गरम भोजन नहीं दिया गया है और बच्ची वर्षा सोनवानी को पोषक आहार नही दिया गया है और न ही कार्यकर्ता और सहायिका द्वारा छोटी बच्ची को आंगनबाड़ी बुलाया जाता है। जबकि सहायिका चकरदा ग्राम पंचायत की है हुक्कापानी बंद हो जाने के कारण महिला सहायिका खिलेश्वरी साहू द्वारा विगत कई महीनों से बच्ची को घर बुलाने नहीं आई है और गांव के दूसरे बच्चों को बुला-बुलाकर आंगनबाड़ी ले जाती है।
आज सजनबाई सोनवानी को सही समय पर न्याय नहीं मिला तो उसका परिवार टृटकर बिखर जायेगा सजनबाई द्वारा न्याय की आस लिए अपनी हक की लड़ाई लड़ रही है।
बिलाईगढ़़ ब्लाक का चकरदा ग्राम पंचायत में हुक्कापानी का सबसे बड़ा गम्भीर मामला है अित: सजनबाई सोनवानी ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि मेरे और मेरे परिवार वालों का हुक्कापानी बंद करने वालों के उपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।