लोकतंत्र पर अमित शाह का बड़ा बयान
मोदी सरकार में लोकतांत्रिक मूल्य खत्म हो रहे हैं और सरकार मनमाने तरीके से फैसले लेती है, ऐसे आरोप अक्सर विपक्ष और आलोचकों की ओर से लगाए जाते रहे हैं। लेकिन अब देश के गृहमंत्री अमित शाह ने लोकतंत्र को देश का स्वभाव बताया है, और यह भी कहा कि यह संविधान अपनाने के बाद आया, ऐसा कहना गलत है। इसके साथ ही उन्होंने कानून व्यवस्था को लेकर भी टिप्पणी की।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि लोकतंत्र हमारे देश का स्वभाव है। अगर कोई कहता है कि लोकतंत्र 15 अगस्त 1947 के बाद या 1950 में संविधान अपनाने के बाद आया है तो यह गलत है। लोकतंत्र हमारा मूल स्वभाव है। नई दिल्ली में पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के 51वें स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि गांवों में पहले भी पंच परमेश्वर हुआ करते थे। हजारों साल पहले गुजरात के द्वारका में यादवों का गणतंत्र था, बिहार में गणतंत्र रहा। इसलिए लोकतंत्र हमारे देश का स्वभाव रहा है। इसके साथ ही गृह मंत्री ने कहा कि अगर कानून व्यवस्था ठीक नहीं है तो लोकतंत्र कभी सफल नहीं हो सकता है। कानून व्यवस्था को ठीक रखने का काम पुलिस करती है। पूरे सरकारी तंत्र में सबसे कठिन काम अगर किसी सरकारी कर्मचारी का है तो वह पुलिस के मित्रों का है। उन्होंने कहा कि कहा कि कोई भी संस्था हो, वह अपने क्षेत्र के अंदर 51 साल तक अपनी प्रासंगिकता को बना सकता है और बनाए रखता है तो उसका मतलब है उसके काम में प्रासंगिकता और दम दोनों हैं।


