अमित शाह ने आदित्यनाथ और केशव से मुलाकात की
उत्तर प्रदेश में नये मुख्यमंत्री के नाम को लेकर खींचातानी के बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मुलाकात की
नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश में नये मुख्यमंत्री के नाम को लेकर खींचातानी के बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मुलाकात की। समझा जाता है कि केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा का नाम मीडिया में आने के कारण राज्य के विभिन्न स्थानों पर अलग अलग दावेदारों के समर्थन में समर्थकों के प्रदर्शन किये जाने की रिपोर्टों को देखते हुए शाह ने इन नेताओं को बुला कर समझाया है।
माना जा रहा है कि श्री मनोहर पार्रिकर के रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा देकर गोवा जाने और श्री सिन्हा के लखनऊ जाने की स्थिति में केन्द्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार एवं फेरबदल अवश्यंभावी होगा जिसमें योगी आदित्य नाथ और मौर्य को स्थान मिलने की पूरी संभावना है।
मौर्य के समर्थक अपने नेता को मुख्यमंत्री बनाने की मांग को लेकर लखनऊ में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में नारेबाजी कर रहे हैं। कुशीनगर से आये करीब 50 समर्थकों के इस गुट ने दो बैनर ले रखे हैं, सफेद कपड़े के इन बैनरों पर लाल रंग से केशव प्रसाद मौर्य को मुख्यमंत्री बनाने के सम्बन्ध में लिखा गया है। वे मौर्य को मुख्यमंत्री बनाने के लिए नारेबाजी कर रहे हैं। बैनर में इन लोगों का नेतृत्व करने वाले का नाम बैजनाथ लिखा हुआ है।
नारेबाजी कर रहे लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे उपयुक्त केशव प्रसाद मौर्य है इसलिए यह पद उन्हें ही सौंपा जाना चाहिए। उधर वाराणसी में आज सुबह सिन्हा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए अपने नाम तय होने की अटकलों के बीच आज ऐतिहासिक काशी विश्वनाथ मंदिर, कालभैरव मंदिर और संकट मोचन हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की।
कड़ी सुरक्षा के बीच बाबा का दर्शन करने के बाद उन्होंने अटकलों पर विराम लगाते हुए संवाददाताओं से कहा कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा की परंपरा के मुताबिक संसदीय बोर्ड और विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री का नाम तय होगा।
उन्होंने कहा कि वह एक साधारण कार्यकर्ता हैं तथा मुख्यमंत्री कौन होगा, इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। लखनऊ में आज शाम पांच बजे नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक हो रही है जिसमें विधानमंडल दल के नेता का चुनाव किया जायेगा।
केन्द्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू और भाजपा महासचिव भूपेन्द्र यादव पर्यवेक्षक के रूप में बैठक में मौजूद रहेंगे। इसके बाद नये नेता के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात करेंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। राज्यपाल नवनिर्वाचित भाजपा विधायक दल के नेता को मुख्यमंत्री मनोनीत करने के साथ ही उनकी राय से शपथग्रहण के कार्यक्रम के लिये सहमति प्रदान करेंगे।
सूत्रों ने बताया कि शपथग्रहण कार्यक्रम 19 मार्च रविवार को शाम पांच बजे कांशीराम स्मृति उपवन में आयोजित होने की संभावना है। नये मुख्यमंत्री के साथ 15 से 20 मंत्रियों के शपथ ले सकते हैं।
नये मंत्रियों के रूप में भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थनाथ सिंह, बसपा से भाजपा में आये स्वामी प्रसाद मौर्य, भाजपा के अन्य पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष एस पी सिंह बघेल, बुन्देलखंड से दूसरी बार विधायक बने रवि शर्मा, श्रीमती गरिमा सिंह के नाम प्रमुखता से लिये जा रहे हैं।
सहयोगी दलों के विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह दी जायेगी। शपथग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, लाखों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और जनता शामिल होगी।


