Top
Begin typing your search above and press return to search.

अमेठी के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा पर गिरी गाज

उत्तर प्रदेश के अमेठी में मृतक ईंट व्यवसायी के परिजनों से अभद्रता के मामले में यहां के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा को हटा दिया गया

अमेठी के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा पर गिरी गाज
X

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अमेठी में मृतक ईंट व्यवसायी के परिजनों से अभद्रता के मामले में यहां के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा को हटा दिया गया है। उनके स्थान पर मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अरूण कुमार को नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। प्रशांत शर्मा को प्रतीक्षा सूची (वेटिंग लिस्ट में)रखा गया है।

प्रशांत शर्मा के व्यवहार से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाराज थे। प्रशांत शर्मा अमेठी में आने से पहले लखनऊ में मुख्य विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने 13 जुलाई को ही अमेठी के जिलाधिकारी का पद संभाला था।

अमेठी में पीड़ित के वार्ता के दौरान आपा खो देने के मामले को शासन ने गंभीरता से लिया और अमेठी के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा को हटा दिया है। केंद्रीय मंत्री व अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी ने भी ट्वीट कर उन्हें अच्छा व्यवहार करने की नसीहत दी थी।

अरुण कुमार को जिले का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। वह अभी तक मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पद पर तैनात थे। मुरादाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह को मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रशांत शर्मा अपने खराब व्यवहार पर हाईकोर्ट से पहले भी दंडित किए जा चुके हैं।

पीड़ित से अभद्रता के मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद गंभीरता से लिया है और अभद्रता करने के मामले में अमेठी के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा को हटाकर प्रतीक्षा सूची में डाला गया है।

ज्ञात हो कि मंगलवार को अमेठी के एक ईंट व्यवसायी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बुधवार को पोस्टमार्टम हाउस के बाहर बातचीत के दौरान जिले के डीएम आपा खो बैठे और परिजनों से अभद्रता कर बैठे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि, डीएम ने खुद ऐसे आरोपों को निराधार बताया।

उन्होंने कहा था कि पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई से पूरा परिवार संतुष्ट है। जो वीडियो चल रहा है वह एडिट किया हुआ है। इसे लेकर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में प्रशासन का बल अपराधियों पर तो नहीं चलता है, लेकिन पीड़ित परिवार के लोगों से इस तरह का शर्मनाक व्यवहार आए दिन होता है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it