जापान के बाद अब दक्षिण कोरिया पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
दक्षिण कोरिया की दो दिवसीय यात्रा पर सियोल पहुंचे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण कोरियाई समकक्ष मून जे इन के साथ द्विपक्षीय वार्ता शुरू कर दी

सियोल। दक्षिण कोरिया की दो दिवसीय यात्रा पर सियोल पहुंचे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण कोरियाई समकक्ष मून जे इन के साथ द्विपक्षीय वार्ता शुरू कर दी। इस दौरान चर्चा का मुख्य केंद्र उत्तर कोरिया की परमाणु धमकी और द्विपक्षीय मुक्त व्यापार समझौते का प्रस्तावित संशोधन रहा।
समाचार एजेंसी योनहप के मुताबिक, ट्रंप आज सुबह दक्षिण कोरिया पहुंचे। वह बीते 25 वर्षो में दक्षिण कोरिया की राजकीय यात्रा करने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं। ट्रंप के पांच एशियाई देशों के दौरे के तहत दक्षिण कोरिया उनका दूसरा पड़ाव है।
दोनों नेताओं के बीच वार्ता शुरू होने से पहले राष्ट्रपति कार्यालय चेयोंग वा डे ने ट्रंप के सम्मान में आधिकारिक स्वागत समारोह का आयोजन किया। दोनों नेताओं ने इस सम्मान समारोह में शामिल 300 सदस्यीय गार्ड्स का निरीक्षण किया। यह द्विपक्षीय वार्ता मुख्य रूप से उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण के संयुक्त प्रयासों और दोनों देशों के गठबंधन को मजबूत करने के तरीकों पर केंद्रित रही।
उत्तर कोरिया ने छठा और अब तक का सबसे शक्तिशाली परमाणु परीक्षण तीन सितंबर को किया था। ट्रंप ने कहा कि उनके एजेंडे में व्यापार मुद्दा सर्वोपरि रहेगा।
उन्होंने प्योंगटेक के कैंप हम्फ्रेज में अमेरिकी सेना के साथ बैठक के दौरान कहा, "कुछ देर में व्यापार को लेकर राष्ट्रपति मून और उनके प्रतिनिधियों के साथ हमारी बैठक होने वाली है।"
उन्होंने कहा, "हम उत्तर कोरिया के मुद्दे पर विभिन्न जनरलों के साथ बैठक करेंगे। मुझे लगता है कि हमारी बैठक कामयाब होगी, यह हमेशा कामयाब होती है और इसे कामयाब होना चाहिए।" सियोल से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित कैंप हम्फ्रेज ट्रंप की दक्षिण कोरियाई यात्रा का पहला पड़ाव रहा। उन्होंने वायुसेना अड्डे पर राष्ट्रपति मून और दक्षिण कोरिया एवं अमेरिकी सेना के जवानों के साथ लंच किया।
मून ने शिविर में कहा, "मैं दक्षिण कोरिया और अमेरिका के सभी जवानों की सराहना करना चाहता हूं और उनके प्रति सम्मान जताना चाहता हूं। ऐसा कहा जाता है कि मुसीबत के समय ही सच्चे दोस्तों की पहचान होती है। आप हमारे सच्चे दोस्त हैं, जब दक्षिण कोरिया अपने बुरे दौर से गुजर रहा था तो आपने हमारी मदद की।"
मून ने कोरिया-अमेरिका गठबंधन का महत्व बताते हुए इसे सिर्फ कोरियाई प्रायद्वीप में ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र में शांति और समृद्धि का आधार बताया।
मून ने कहा, "आप कोरिया-अमेरिका गठबंधन की आधारशिला और भविष्य हैं। आइए एक साथ मिलकर कोरियाई प्रायद्वीप और पूर्वोत्तर एशिया में शांति और समृद्धि की स्थापना करें।" चेयोंग वा डे के मुताबिक, इस द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक सम्मेलन होगा, जिसमें दोनों देशों के कई शीर्ष सरकारी अधिकारी शामिल होंगे।
मून और ट्रंप संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। ट्रंप बुधवार को चीन रवाना होने से पहले दक्षिण कोरियाई संसद को संबोधित कर सकते हैं। उनका वियतनाम में एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) सम्मेलन और फिलीपींस में दक्षिणपूर्व एशियाई देशों (आसियान) के सम्मेलन में भी शिरकत करने का कार्यक्रम है।
ट्रंप ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा करते हुए अपनी खुशी जाहिर की
It was my great honor to have lunch with our INCREDIBLE U.S. and ROK troops at Camp Humphreys, in South Korea. 🇺🇸🇰🇷 https://t.co/5NJirz4iNM pic.twitter.com/kNLyONhBCC
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 7, 2017
Thank you to President Moon of South Korea for the beautiful welcoming ceremony. It will always be remembered. pic.twitter.com/bMvJz1iV2a
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 7, 2017
दक्षिण कोरिया के अमेरिकी दूतावास ने भी ट्वीट किया
President Trump reaffirmed that, "the U.S. is fully committed to the security of South Korea," during a briefing with top ROK generals. pic.twitter.com/cwloi5Zzma
— U.S. Embassy Seoul (@USEmbassySeoul) November 7, 2017


