अमेरिका समेत 100 देशों का संयुक्त बयान
अफगानिस्तान की स्थिति इस कदर बदल जाएगी, ये किसी ने सोचा भी नहीं था...लेकिन तालिबान राज के बाद अब लोग वहां से निकलना चाहते हैं...जिसके लिए तमाम देश कोशिश कर रहे हैं...हालांकि अब तक लाखों लोगों को निकाला जा चुका है...मगर अभी भी कई लोग मदद की राह तक रहे हैं. ऐसे में अमेरिका समेत कई देशों और तालिबान का बयान आया है, जिसने कई सवालों को जन्म दिया है...

बदलते वक्त के साथ अफगानिस्तान की स्थिति बदलती जा रही है...हालात बद से बदतर हो चुके हैं...काबुल एयरपोर्ट पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है...हर कोई भागना चाहता है...दूसरे देश में पनाह लेना चाहता है... कई देश अपने नागरिकों को वापस निकालने में जुटे हैं...रेस्क्यू अभियान के बीच अमेरिका समेत करीब 100 देशों ने एक संयुक्त बयान जारी किया है...जिसमें कहा गया है कि तालिबान ने अफगानों और उनके नागरिकों को सुरक्षित देश से बाहर जाने देने का आश्वासन दिया है...अमेरिका ने कहा कि हम अफगानी नागरिकों को ट्रैवल दस्तावेज जारी करते रहेंगे। हमें विश्वास है कि तालिबान अपने बयान पर कायम रहेगा जिसमें उसने कहा है कि नागरिक अफगानिस्तान से बाहर जा सकते हैं...अमेरिका ने पिछले 24 घंटे में काबुल हवाईअड्डे से करीब 2000 लोगों को निकाला...वहीं व्हाइट हाउस ने बताया कि 11 अमेरिकी सैन्य उड़ानों के जरिए 1400 लोगों और 7 सहयोगी देशों की उड़ानों से 600 लोगों को निकाला गया...32 अमेरिकी सैन्य विमानों के जरिए 4000 लोगों को निकाला गया था... अमेरिका और उसके सहयोगी देश पिछले दो हफ्ते के दौरान करीब 1,13,500 लोगों को अफगानिस्तान से सुरक्षित निकाल चुके हैं लेकिन अभी भी हजारों लोग ऐसे हैं जो देश से बाहर निकलने के इंतजार में हैं...इस रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच तालिबान ने कहा है कि चाहे विदेशी हों या अफगान नागरिक जो देश छोड़कर जाना चाहते हैं, हम उन्हें जाने देंगे..


