हाथियों ने तीन लोगों को कुचलकर मार डाला
अम्बिकापुर/कोरबा ! हाथियों ने तीन लोगों की जान ले ली। सूरजपुर जिले के दो लोगों को जबकि कोरबा में एक को कुचलकर मार डाला।

सूरजपुर में दो और कोरबा से एक की ली जान
अम्बिकापुर/कोरबा ! हाथियों ने तीन लोगों की जान ले ली। सूरजपुर जिले के दो लोगों को जबकि कोरबा में एक को कुचलकर मार डाला। सूरजपुर में हाथियों का आतंक फिर से शुरु हो गया है, जहां सूरजपुर के प्रतापपुर वनपरिक्षेत्र के सिंघरा जंगल में दल से बिछङ़े एक हाथी ने दो लोगों को कुचल कर मौत के घाट उतार दिया। दरअसल बुधवार की शाम प्रतापपुर वनपरिक्षेत्र के सिंघरी गांव का जगसाय केवरा स्कूल में चपरासी था और स्कूल बंद कर वापस आ रहा था, वही रामधनी नामक युवक किसी काम से सिंघरी जंगल से केवरा जा रहा था, जहां बारह हाथियों के दल से बिछड़े एक हाथी ने दोनों को घेर लिया और दोनों को कुचल कर मार डाला। आज सूबह प्रतापपुर वन अमले को मामले की जानकारी लगने के बाद टीम मौके पर पहुंची और शव को जंगल से बाहर निकाल कर मृतकों के परिजनों को तात्कालिक सहायता राशी पच्चीस पच्चीस हजार रुपए दी है, वहीं दोनों ग्रामीण की मौत से पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल बन गया है।
इधर कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज में पिछले एक पखवाड़े से जमे 10 हाथियों के झुंड से बिछड़े दंतैल ने महुआ बीनने गए एक वृद्ध को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद से क्षेत्र के आसपास के गांव में दहशत व्याप्त है। दल से बिछड़े हाथी के कभी भी गांव में घुसने की आशंका से ग्रामीण भयभीत है। वन विभाग द्वारा मृतक के परिजन को 25 हजार रुपए तात्कालिक सहायता राशि प्रदान की गई है। कोरबा वनमंडल के कुदमुरा और करतला रेंज में हाथियों का झुंड लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। वन विभाग के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार कुदमुरा के आसपास लगभग 10 हाथियों का झुंड जंगल में विचरण कर रहा है। इस झुंड में से एक दंतैल के बिछड़ जाने की खबर है जिसके द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है। बताया गया कि कुदमुरा निवासी तीजराम राठिया 85 वर्ष अपने पुत्र लक्ष्मीनारायण के साथ गांव के समीप जंगल में आज सुबह करीब 6 बजे महुआ बीनने गया हुआ था। पिता-पुत्र महुआ बीन रहे थे कि इस दौरान दंतैल वहां आ पहुंचा और चिंघाडऩे लगा। चिंघाड़ सुनकर पुत्र लक्ष्मीनारायण अपनी जान बचाने के लिए भाग खड़ा हुआ जबकि तीजराम राठिया को दंतैल ने मौके पर कुचलकर मौत के घाट उतार दिया उसका शव बुरी तरह से क्षत-विक्षत हालत में पड़ा रहा। मृतक का पुत्र जब तक ग्रामीणों के साथ वापस पहुंचा, तब तक दंतैल वहां से जा चुका था। मौके पर पिता का शव पड़ा देख लक्ष्मीनारायण रो पड़ा। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन एवं पुलिस अमले को दी। करतला थाना प्रभारी अम्ब्रोस कुजूर ने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पंचनामा व पोस्टमार्टम बाद परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंपा।
वन विभाग ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतक के परिजन को 25 हजार रुपए की तत्कालिक सहायता राशि प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि कुदमुरा रेंज में 10 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है। ग्रामीणों को चेतावनी दी गई है कि अकेले जंगल न जाए और हाथियों को देखे जाने पर तत्काल सूचना वन अमले को दें।


