विद्यार्थी समय का बेहतर उपयोग कर भविष्य का निर्माण करें
अम्बिकापुर ! कलेक्टर भीम सिंह ने कहा है कि महाविद्यालयीन जीवन कैरियर निर्माण लिए बहुत महत्वपूर्ण समय होता है।

पीजी कॉलेज के वार्षिकोत्सव में कलेक्टर भीम सिंह हुए शामिल
अम्बिकापुर ! कलेक्टर भीम सिंह ने कहा है कि महाविद्यालयीन जीवन कैरियर निर्माण लिए बहुत महत्वपूर्ण समय होता है। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे इस समय का बेहतर उपयोग कर अपने अच्छे भविष्य का निर्माण करें। कलेक्टर भीम सिंह स्थानीय राजीव गांधी शासकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय के 57 वें वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। कलेक्टर भीम सिंह ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित करते हुए कहा कि महाविद्यालयीन समय जीवन के लिए एक स्वर्णिम काल होता है, जहां विद्यार्थी को अपने बेहतर भविष्य का निमार्ण करना होता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए व्यावसायिक पाठ्यक्रमों तथा कौशल विकास से संबंधित विषयों का चुनाव अधिक से अधिक किया जाना चाहिए। संभाग के विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु आवश्यक जानकारी एवं मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए 5 करोड़ रूपये की लागत से अम्बिकापुर शहर में कैरियर काउन्सलिंग सेन्टर स्थापित किया जायेगा। महाविद्यालय को कौशल विकास केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदाता व्हीटीपी बनाया जायेगा। साथ ही खेल के क्षेत्र में स्थानीय युवाओं के प्रतिभा विकास के लिए संभागीय स्तर पर शहर में स्पोट्र्स एकेडमी स्थापित की जायेगी। कलेक्टर ने बताया कि एनडी एवं सीडी में जाने के इच्छुक युवाओं को सैनिक स्कूल के सहयोग से आवश्यक मार्गदर्शन देकर तैयारी करायी जायेगी। उन्होंने पुस्तकालय की महत्ता को रेखांकित करते हुए उसे महाविद्यालय की मुख्य केन्द्र बिन्दु बताया। इस अवसर पर कलेक्टर भीम सिंह ने महाविद्यालय के प्राणी शास्त्र प्रयोग शाला में विद्यार्थियों द्वारा बनाये गये विभिन्न विषयों से संबंधित आकर्षक प्रतिरूपों का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरएस नायक ने कहा कि आज के डिजिटल युग में युवाओं को विभिन्न तकनीकों की जानकारी होना आवश्यक है। उन्होंने युवाओं को समाज का महत्वपूर्ण अंग बताते हुए कहा कि समाज को आगे ले जाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे उच्च शिक्षा ग्रहण करते समय उसी के अनुरूप लगन और मेहनत से पढ़ाई कर अपने सुनहरे भविष्य का निर्माण करें तथा अपने माता-पिता एवं अपने अभिभावकों की अपेक्षाओं की भी पूर्ति करें। शासकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एसके त्रिपाठी ने स्वागत भाषण देते हुए वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि यह महाविद्यालय सरगुजा संभाग का एक मात्र स्वशासी महाविद्यालय है। इस महाविद्यालय में विद्यार्थियों को शैक्षणिक विकास के साथ ही उन्हें हुनरमंद बनाकर स्वरोजागर स्थापित करने के लिए 7 कौशल विकास पाठ्यक्रम एवं एक सामुदायिक विकास पाठ्यक्रम संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों को पुस्तकालय की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 1 लाख 50 हजार रूपये की लागत से ई-लाईब्रेरी का निर्माण किया गया है। जिसमें 9 हजार 500 से अधिक ई-बुक्स हैं। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय के 56 विद्यार्थियों ने राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न खेलों में भाग लिया जिनमें से तीन छात्रां द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर शतरंज प्रतियोगिता में भाग लिया गया। प्राचार्य ने बताया कि महाविद्यालय के 10 अध्ययन कक्षों को स्मार्ट कक्ष के रूप में विकसित किया जायेगा।
इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष उपेन्द्र पाण्डेय, उपाध्यक्ष आमीर सुहैल एवं सचिव कुमारी दीक्षा जिन्दल को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया साथ ही शैक्षणिक सत्र के छात्र-छात्राओं में बीए अंतिम वर्ष की छात्रा कुमारी सुचिता, बीकॉम अंतिम वर्ष के छात्र रजत श्रीवास्तव, बीएससी कम्प्यूटर साईन्स अंतिम वर्ष छात्रा प्रिया द्विवेदी, एलएलबी छठवां सेमेस्टर के रविन्द्र सिंह, एलएलएम अंतिम वर्ष श्रीमती नीति सिंहदेव, एमएससी भौतिकी कुमारी संध्या सिंह, एमएससी रसायन शास्त्र कुमारी नेहा यादव, एमएससी वनस्पति शास्त्र जूही कश्यप, एमएससी प्राणी शास्त्र कुमार सना परवीन, एमएससी गणित कुमारी सनिता राजवाड़े सहित 18 छात्र-छात्राओं को मेडल एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर छात्र संघ प्रभारी श्री मिश्रा, पार्षद आलोक दुबे सहित महाविद्यलाय के प्राध्यापक एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं तथा अभिभावक उपस्थित थे।


