एटीएम कार्ड बदलकर रूपए उड़ाने वाला पकड़ाया
अम्बिकापुर ! गत 13 अप्रैल को गांधीनगर एटीएम कार्ड से पैसा निकालने गये छात्र का एटीएम कार्ड बदलकर 40 हजार रूपये अज्ञात युवक द्वारा निकाल लेने के

9 वीं पास आरोपी ने इंदौर में रहकर किया एथिकल हैकिंग का कोर्स
अम्बिकापुर ! गत 13 अप्रैल को गांधीनगर एटीएम कार्ड से पैसा निकालने गये छात्र का एटीएम कार्ड बदलकर 40 हजार रूपये अज्ञात युवक द्वारा निकाल लेने के मामले में पुलिस की सक्रियता से एटीएम बदलकर रूपये निकालने वाले मास्टर माईंड को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार मास्टर माइंड के साथ दो अन्य लोगों को भी मामले में संलिप्त रहने पर पकड़ा गया है। मास्टर माइंड कक्षा 9 वीं पास होकर 3 साल इंदौर में एैथेकल हैकिंग का कोर्स भी किया है। उसने बताया कि पिता पैसे नहीं देते थे इस कारण से वह अपराध की इस दुनिया में आ पहुंचा।
मामले का खुलासा करते हुये एसडीएशनल एसपी रामकृष्ण साहू ने बताया कि 13 अप्रैल को गोधनपुर में रहकर पढ़ाई करने वाला छात्र विजय सिंह गांधीनगर एटीएम में पैसा निकालने गया था। मशीन ऑपरेट नहीं होने पर पीछे खड़े आरोपी ने उससे एटीएम मांगा और कहा कि तुम एटीएम को अंदर नहीं डाल रहे हो इस कारण ऑपरेट नहीं हो पा रहा है। एटीएम को अंदर डालने के बाद उसने कोड डालने को कहा। इसी दौरान आरोपी ने उसका गोपनीय कोड भी नोट कर लिया था। उसी बीच आरोपी ने उससे एटीएम कार्ड बदल लिया और अपने साथियों के साथ वहां से निकल लिया। जब तक विजय सिंह बैंक के अंदर जाकर अपना बैलेंस चेक कराया, तब तक उसके एकाउंट से 40 हजार निकल चुके थे। मामले में एटीएम के अंदर लगे सीसी टीव्ही फुटेज की सहायता से पुलिस ने तत्काल सभी थानों में आरोपी की फोटो व कार के बारे में अलर्ट कर दिया था। पुलिस की तत्परता के कारण बसंतपुर थाना क्षेत्र में उक्त संदिग्ध वाहन व आरोपी पकड़े गये। उनके कब्जे से कई एटीएम कार्ड व 40 हजार नगदी सहित 4 नग मोबाईल फोन बरामद किया गया है। आरोपी घेराबंदी के दौरान वाहन छोडक़र भागने के फिराक में थे। पकड़े गये आरोपियों में मास्टर माइंड पश्चिम बंगाल के थाना नितुडिया ग्राम पारवेलिया निवासी सौरभ कुमार गिरी पिता बसंत लाल व सिंगरौली थाना मोरवा निवासी रमाशंकर पनिका पिता मटुकधारी सहित सिंगरौली क्षेत्र के थाना भटगांवा निवासी शिव कुमार पिता रामकुमार पनिका हैं। पूरी कार्यवाही में गांधीनगर थाना प्रभारी सुरेश भगत, योगेश वर्मा, दीपक साहू, विजय गुप्ता, आरक्षक विकास सिन्हा, सियम्बर दास, अरविंद उपाध्याय व क्राईम ब्रांच प्रभारी भूपेश सिंह, विनय सिंह, प्रआर रामअवध सिंह, धीरज गुप्ता, आर भोजराज, राकेश शर्मा, विवेक राय, मनीष यादव, उपेंद्र सिंह, विकास सिंह, जीतेंद्र साहू, दशरथ राजवाड़े, बृजेश राय, अमित विश्वकर्मा व बसंतपुर थाना के उप निरीक्षक ओपी कुजूर का योगदान रहा।
अब तक 56 अपराध
मास्टर माईंड आरोपी सौरव कुमार गिरी ने वर्ष 2012 में सबसे पहले एटीएम बदल-बदल कर चूना लगाने का काम शुरू किया था। पहली बार में ही उसने एक पुलिस को ठगी का शिकार बनाया था। उसके बाद छत्तीसगढ़ में लगभग 10 बार उसने लोगों का एटीएम बदल कर पैसे निकाले हैं। इसी तरह अन्य राज्यों झारखण्ड, बभनी सहित अन्य जगहों में लगभग 56 बार इस प्रकार के अपराध को अंजाम दिया है। अपने इन अपराधों के कारण वह पहले पलामू और अम्बिकापुर की जेल में रह चुका है। अभी 2016 में ही वह 420 के मामले में अम्बिकापुर जेल से निकला था। हर बार किराये की वाहन लेकर वह क्राइम करता था और क्राईम करने के बाद शहर छोड़ देता था।
पिता-पुत्र की संलिप्तता की होगी जांच-एएसपी
आरोपी सौरभ गिरी के अनुसार उसके पिता कोल्ड फील्ड के सेफ्टि डिपार्टमेंट में काम करते हैं। यह भी सामने आया कि एटीएम बदलकर पैसे निकालने के बाद वह अपने भाई के खाते में पैसा डाल देता था। इस मामले में एएसपी श्री साहू ने कहा कि पूरे मामले में आरोपी के पिता व उसके भाईयों से भी पूछताछ कर संलिप्तता की जांच की जायेगी।


