जर्मनी के एम्बीएंटे फेयर में भारतीय पैवेलियन का भारत के राजदूत हरीश पार्वथनेनी ने किया उद्घाटन
राजदूत ने यूरोप में भारत के निर्यात बढ़ाने के रोडमैप पर चर्चा की

ग्रेटर नोएडा। जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में आयोजित एम्बीएंटे फेयर, 2023 में ईपीसीएच इंडिया पवेलियन का उद्घाटन जर्मनी में भारत के राजदूत हरीश पर्वथानेनी, फ्रैंकफर्ट में काउंसल जनरल डॉ. अमित एस. तेलंग, मेसे फ्रैंकफर्ट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट कंज्यूमर गुड्स एण्ड सेल्स स्टीफेन कुर्जावास्की, हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के उपाध्यक्ष दिलीप बैद, ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार, ईपीसीएच के सीओए सदस्य प्रिंस मलिक, राजेश कुमार जैन, अरशद मीर, सदस्य प्रदर्शक और मास्टर शिल्पकारों की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ।
ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने बताया कि यह मेला 03 से 07 फरवरी, 2023 तक आयोजित किया जा रहा है। इस मेले में सबसे बड़ी विदेशी भागीदारी भारत की है, जिसमें लगभग 530 प्रतिभागी हैं, इसके बाद चीन का स्थान है। उन्होंने कहा कि आयोजन स्थल के प्रवेश द्वार पर भारत का झंडा प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाना भारतीय भागीदारी के महत्व को दर्शाता है।

राकेश कुमार ने कहा कि जर्मनी में भारत के राजदूत हरीश पार्वथनेनी के साथ एक संवाद सत्र भी फ्रैंकफर्ट में आयोजित मेले के साथ ही 3 फरवरी 2023 को आयोजित किया गया था। संवाद सत्र में हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए ईपीसीएच की गतिविधियों और विभिन्न पहल को राजदूत के समक्ष रखा गया और आने वाले वर्षों में व्यापार को और बढ़ाने के लिए समर्थन मांगा गया।
राजदूत ने सभी को ध्यान से सुना और भविष्य में व्यापार को बढ़ावा देने में हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। ईपीसीएच के उपाध्यक्ष दिलीप बैद भी संवाद सत्र में उपस्थित थे।
राज कुमार मल्होत्रा, अध्यक्ष- ईपीसीएच ने बताया कि मेले में 55 निर्यातकों के साथ परिषद की भागीदारी दुनिया भर के आगंतुकों को आकर्षित कर रही है और जीआई टैग वाले हस्तकला उत्पादों के कारीगरों द्वारा लाइव शिल्प प्रदर्शन आगंतुकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है।
फ्रैंकफर्ट में जर्मनी में भारत के राजदूत ने काउंसल जनरल की उपस्थिति में प्रदर्शकों से मुलाकात की और उनके व्यावसायिक प्रयासों की सराहना की।


