दो एएसआई समेत, लुटेरे गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गाजियाबाद आवागमन से पूर्व ही एसएसपी वैभव कृष्ण के नेतृव में क्राइम ब्रांच व गाजियाबाद की पुलिस ने मिलकर साहिबाबाद में 18 मार्च को हुई

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गाजियाबाद आवागमन से पूर्व ही एसएसपी वैभव कृष्ण के नेतृव में क्राइम ब्रांच व गाजियाबाद की पुलिस ने मिलकर साहिबाबाद में 18 मार्च को हुई व्यापारियों से दस किलो सोने की लूट का खुलासा किया जिसमे पुलिस ने इस मामले में दिल्ली पुलिस के दो एएसआई समेत दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है।
जिनके पास से पुलिस ने 6 किलोग्राम के आभूषण व एक चोरी की मारुति जेन गाड़ी बरामद की है। आपको बता दे कि गाजियाबाद के नए एसएसपी वैभव कृष्ण के चार्ज संभालने के एक दिन पूर्व ही 18 मार्च की रात्रि को मुंबई के सोना कारोबारियों से कुछ बदमाशों ने हथियार के बल पर सोने के गहनों समेत सोने के आभूषणों की लूट कर बदमाश फरार हो गए थे जिसकी कीमत करोड़ों रुपए की बताई जा रही थी इस लूट को लेकर गाजियाबाद पुलिस की काम करने और पुलिस की मुस्तेदी को लेकर बहुत किरकिरी हुई थी जिस पर पुलिस पर इस लूट का खुलासा करने का भी दबाब बना हुआ था।
जिस पर इस खुलासे के लिए पुलिस ने कई टीमों का गठन किया था। व्यापारियों के द्वारा अपने साथ हुई लूट में यह दावा किया गया था कि यूनियन चैन एंड जवेर्ल्स प्राइवेट लिमिटेड (मुम्बई) मार्केटिंग मर्चेंट के पास से आठ किलो सोने की लूट हुई थी जिसकी कीमत करोड़ो रूपये बतायी गयी थी । सोने के आभूषण समेत सोना भी था ।
लूट में पकड़े गए अभियुक्त के नाम
एएसआई दिल्ली पुलिस, सतेंदर पुत्र कहर सिंह थाना जहांगीराबाद बुलंदशहर, एएसआई दिल्ली पुलिस, ब्रह्मपाल सिंह पुत्र उदयराज सिंह थाना गुलावटी बुलंदशहर, रवि कश्यप पुत्र राधेश्याम और शैलेन्द्र यादव पुत्र हाकिम सिंह हैं। पुलिस ने इनके पास से व्यापारी से लुटे गए 6 किलो के आभूषण बरामद किए है जोकि व्यापारी के बताए गए से 2 किलो 948 ग्राम कम है। घटना में प्रयुक्त चोरी की कार मारुति सुजुकी की जेन डीएल 3सीएजी 1642 बरामद की जोकि दिल्ली के सरिता विहार से चोरी हुई थी । इसमे एएसआई सतेंदर 2006 में हत्या के प्रयास के आरोप में जेल जा चुका है ओर 2000 मे दिल्ली के तिलकनगर थाने में आबकारी अधिनियम में मुकदमा पंजीकृत भी है।
पुलिस की इन शातिर लुटेरो की गिरफ्तारी से पुलिस का वाकई काम करने का तरीका बहुत अच्छा है और पुलिस महानिदेशक के नेतृत्व में गाजियाबाद के एसएसपीए एस पी सिटी ए थाना प्रभारी सिहानी गेट एथाना प्रभारी साहिबाबाद, थाना प्रभारी इंदिरापुरम ओर अन्य टीम के सदस्यों ने इन शातिर लुटरों के गिरफ्तारी से एक बार फिर गाजियाबाद पुलिस की नाक ऊंची कर दी है और साथ के साथ व्यपारियों मे बिना किसी डर के गाजियाबाद में व्यपार करने का अवसर पैदा किए है।
पुलिस का दावा है कि इन चारों की गिरफ्तारी से एनसीआर में लूट की घटनाओं में कमी आएगी और बदमाशों को मुंहतोड़ जवाब के साथ सबक भी सीखने को मिलेगा। प्रेस वार्ता में पुलिस महानिदेशक ने बताया कि इन चारों ने दस साल पहले भी मेरठ से पीछा कर एक दिल्ली के व्यापारी से पुलिस की वर्दी बस से नीचे उतारकर गाजीपुर के पास एक व्यापारी से भी ऐसी ही लूट की थी ओर इसके साथ चारों अभियुक्तों ने 7 साल पहले एक व्यापारी का मेरठ से रोडवेज बस का पीछा कर उसको मोहननगर उतारकर बीस लाख रुपए लूट लिए थे ओर अभियुक्तों ने बीच बीच मे छोटी छोटी घटनाओं को अन्जाम दिया था।


