Top
Begin typing your search above and press return to search.

‘सिंदूर से एलर्जी, पाकिस्तान से प्रेम’, ममता बनर्जी पर भाजपा नेता शंकर घोष ने साधा निशाना

पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता शंकर घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान पर जोरदार पलटवार किया है

‘सिंदूर से एलर्जी, पाकिस्तान से प्रेम’, ममता बनर्जी पर भाजपा नेता शंकर घोष ने साधा निशाना
X

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता शंकर घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान पर जोरदार पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए इसे सरकार की विफलता करार दिया था। ममता के इस बयान पर भाजपा नेता शंकर घोष ने कहा कि सीएम को सिंदूर से एलर्जी है, लेकिन पाकिस्तान से प्रेम है।

बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान भाजपा नेता शंकर घोष ने कहा कि ममता बनर्जी ने जो बयान दिया है, यह उनके पाकिस्तान के प्रति प्रेम को दिखाता है और उनकी हिंदू विरोधी मानसिकता को जगजाहिर कर रहा है। उन्हें सिंदूर से एलर्जी है, लेकिन पाकिस्तान से प्रेम है। ममता बनर्जी का पासपोर्ट भारतीय है। लेकिन, दिल उनका पाकिस्तान के लिए रोता है।

भाजपा नेता ने कहा कि पाकिस्तान के प्रति ममता बनर्जी का प्रेम बाहर आया है। पाकिस्तान जो विश्व स्तर पर मुंह दिखाने लायक नहीं है, ममता बनर्जी विधानसभा में उनके लिए बल्लेबाजी करने के लिए आती हैं। इससे साफ हो जाता है कि ममता बनर्जी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को नीचा दिखाना चाहती हैं। जिन्होंने पहलगाम आतंकी हमले में अपना सिंदूर खोया, उन्हें छोटा दिखाना चाहती हैं।

विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ सरकार की ओर से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने पर भाजपा नेता शंकर घोष ने बताया कि यह दोहरा चरित्र है। अगर विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाना है तो सभी के खिलाफ लाना चाहिए। हम तो पहले से ही कह रहे हैं कि यह लोग सुवेंदु अधिकारी से डरते हैं, इसीलिए, उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाए हैं, जिससे वो विधानसभा में एकतरफा सरकार चलाएं। प्रदेश की ममता सरकार से जनता त्रस्त हो गई है। मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि साल 2026 में ममता सरकार से जनता को मुक्ति मिलेगी। यहां की सरकार की मानसिकता हिंदू विरोधी है।

विधानसभा में ममता बनर्जी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला था। सीएम ने कहा कि सरकार वहां सुरक्षा देने में विफल रही। अगर सुरक्षा मुहैया कराई जाती तो यह आतंकी हमला होने से रोका जा सकता था। उन्होंने सेना के शौर्य को सलाम किया। लेकिन, फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि भारत के पास पीओके वापस लेने का एक सुनहरा मौका था, जिसे गंवाया गया। इस पर विपक्षी दल के विधायकों ने विरोध जताया।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it