Top
Begin typing your search above and press return to search.

हरियाणा के साथ जल विवाद पर पंजाब में सर्वदलीय बैठक, केंद्र से समाधान की मांग

पंजाब और हरियाणा के बीच पानी को लेकर बढ़े तनाव के मद्देनजर शुक्रवार को पंजाब सरकार ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई

हरियाणा के साथ जल विवाद पर पंजाब में सर्वदलीय बैठक, केंद्र से समाधान की मांग
X

चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा के बीच पानी को लेकर बढ़े तनाव के मद्देनजर शुक्रवार को पंजाब सरकार ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक के बाद सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा और पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात की।

अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने कहा कि बैठक बहुत अच्छे माहौल में हुई। केंद्र सरकार ने पंजाब के साथ जो अन्याय किया, उस मुद्दे पर सभी पार्टियों ने एकजुट होकर सहयोग देने का आश्वासन दिया है। इससे केंद्र सरकार तक हमारी बात जरूर पहुंचेगी और मसले का समाधान होगा। सोमवार को विधानसभा सत्र है, इसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगेंगे।

आप नेता ने कहा कि सुनील जाखड़ से भी कहा गया है कि वह अपनी पार्टी के स्तर पर प्रधानमंत्री से समय मांगें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जो "धक्का" दिया, वह "हमें स्वीकार नहीं है"। तीन करोड़ पंजाबियों की आवाज विधानसभा में उठाई जाएगी। केंद्र के असंवैधानिक फैसलों को रद्द किया जाना चाहिए।

यह पूछे जाने पर कि क्या विधानसभा में कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है, अमन अरोड़ा ने कहा कि बड़ा फैसला लेने के लिए ही सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी।

पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि यह मुद्दा राई का पहाड़ बनाया गया है। उन्होंने कहा, "मैं समझता हूं कि परिपक्व नेतृत्व के अभाव में इस तरह के मुद्दे को इतना बड़ा विवाद बनाना अपने-आप में दुर्भाग्यपूर्ण है। हरियाणा को आठ दिन के लिए 4,000 क्यूसेक पानी देने की सहमति बन गई थी। बाकी 4.5 हजार क्यूसेक पानी की मांग को लेकर यह मुद्दा बातचीत से सुलझाया जा सकता था। लेकिन, आज स्थिति यह है कि पंजाब ने हेडवर्क्स पर ताले लगा दिए और पुलिस तैनात कर दी। बीबीएमबी और संगठनात्मक ढांचे में बदलाव किए जा रहे हैं, जो और भी बड़ा दुर्भाग्य है।

उन्होंने कहा, "मैं मानता हूं कि संघीय व्यवस्था और लोकतंत्र में इस तरह का टकराव पूरी तरह से टाला जा सकता था। परिपक्व नेतृत्व को चाहिए कि बातचीत से समाधान निकाला जाए। मैंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से अनुरोध किया है कि वह इस मुद्दे को और हवा न दें। यह टकराव नहीं होना चाहिए था। हमें प्रधानमंत्री के पास जाना चाहिए और वहां बैठकर इस मुद्दे का हल निकालना चाहिए। आज जब देश की सीमाओं पर तनाव की स्थिति है और पड़ोसी देश पाकिस्तान धर्म के नाम पर टकराव पैदा कर रहा है, हमें आपसी टकराव से बचना चाहिए।"

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, "हरियाणा और पंजाब के बीच यह पूरी तरह से टालने योग्य टकराव है। जो मुद्दा बातचीत से हल हो सकता है, उसे बातचीत से ही सुलझाना चाहिए। मुझे खुशी है कि भगवंत मान और अन्य सभी दलों ने इस बात पर सहमति जताई है कि हम मुख्यमंत्री के साथ मिलकर प्रधानमंत्री या गृह मंत्री से मिलेंगे। भाजपा और सुनील जाखड़ पंजाब के साथ हैं।"


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it