सभी विपक्षी दल साझा विरासत बचाओ सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे
किसानों , बेरोजगारों , युवाओं की समस्याओं और असहिष्णुता जैसे मुद्दों पर विचार करने के लिए कल राजधानी में ‘साझा विरासत बचाओ’ सम्मेलन आयोजित किया गया है जिसे विपक्षी दलों के नेता सम्बोधित करेंगे
नयी दिल्ली। किसानों , बेरोजगारों , युवाओं की समस्याओं और असहिष्णुता जैसे मुद्दों पर विचार करने के लिए कल राजधानी में ‘साझा विरासत बचाओ’ सम्मेलन आयोजित किया गया है जिसे विपक्षी दलों के नेता सम्बोधित करेंगे ।
जनता दल (यू) के वरिष्ठ नेता और सांसद शरद यादव ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी । उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित में आयोजित इस सम्मेलन को लगभग सभी विपक्षी दलों के नेता सम्बोधित करेंगे । सम्मेलन में दलित , आदिवासी , युवा , बुद्धिजीवी आदि हिस्सा लेंगे । इस प्रकार के सम्मेलन पूरे देश में आयोजित किये जायेगें ।
यादव ने कहा कि बिहार के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम से इस आयोजन का कोई लेना देना नहीं है बल्कि विपक्षी दलों के नेता पिछले तीन माह से साझा विरासत को ले आपस में चर्चा कर रहे थे और उन्हें समन्वय की जिम्मेदारी दी गयी है । उन्होंने कहा “ संविधान के साथ इधर - उधर से छेडखानी हो रही है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जो कहते हैं वह जमीन पर नहीं दिखता है ।
” जद यू नेता ने कहा कि मोदी ने कहा है कि आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जायेगी , यह अच्छी बात है और इसमें वह उनका साथ देंगे , लेकिन प्रधानमंत्री को राज्य सरकारों से इस पर अमल करने के भी लिए कहना चाहिये । संवाददाता सम्मेलन में जनता यू संसदीय दल से निलंबित अली अनवर अंसारी भी उपस्थित थे ।


