कोरोना नियंत्रण में लगी है सभी एजेंसिया : केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस वर्ष सभी एजेंसियां कोरोना नियंत्रण में लगी हुई थी और यह वक्त एक दूसरे पर दोषारोपण करने का नहीं है।

नयी दिल्ली । दिल्ली में रविवार तड़के कई क्षेत्रों में हुई भारी बारिश और नयी दिल्ली में मिंटो ब्रिज के नीचे पानी भर जाने से एक वाहन चालक की उसमें फंसकर मौत हो जाने की घटना पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस वर्ष सभी एजेंसियां कोरोना नियंत्रण में लगी हुई थी और यह वक्त एक दूसरे पर दोषारोपण करने का नहीं है।
श्री केजरीवाल ने इस घटना के बाद ट्वीट किया, “ मिंटो ब्रिज से जलभराव निकाल दिया गया है। आज सुबह से ही मैं एजेंसियों के संपर्क में था और वहां से पानी हटाने की प्रक्रिया मॉनिटर कर रहा था। दिल्ली में ऐसे और भी स्थानों पर हम नजर रखे हुए हैं। जहां भी पानी इकट्ठा हुआ है उसे तुरंत पम्प किया जा रहा हैं।”
मिंटो ब्रिज से जलभराव निकाल दिया गया है। आज सुबह से ही मैं एजेंसियों के संपर्क में था और वहां से पानी हटाने की प्रक्रिया मॉनिटर कर रहा था।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 19, 2020
दिल्ली में ऐसे और भी स्थानों पर हम नजर रखे हुए हैं। जहाँ भी पानी इकट्ठा हुआ है उसे तुरंत पम्प किया जा रहा हैं। pic.twitter.com/psMClLuoxf
मुख्यमंत्री ने आगे लिखा, “ इस साल सभी एजेंसियां, चाहे वो दिल्ली सरकार की हो अथवा एमसीडी की, सभी कोरोना नियंत्रण में लगी हुई थी। कोरोना की वजह से उन्हें कई कठिनाइयाँ आयीं। ये वक्त एक दूसरे पर दोषारोपण का नहीं है। सबको मिल कर अपनी जिम्मेदारियां निभानी है। जहां जहां पानी भरेगा, हम उसे तुरंत निकालने का प्रयास करेंगे।"
इस साल सभी एजेंसियां, चाहे वो दिल्ली सरकार की हो या MCD की, कोरोना नियंत्रण में लगी हुई थी। करोना की वजह से उन्हें कई कठिनाइयाँ आयीं। ये वक्त एक दूसरे पर दोषारोपण का नहीं है। सबको मिल कर अपनी जिम्मेदारियां निभानी है। जहां जहां पानी भरेगा, हम उसे तुरंत निकालने का प्रयास करेंगे।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 19, 2020
इससे पहले मौके पर पहुंचे उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जयप्रकाश ने इस हादसे के लिये दिल्ली सरकार को दोषी ठहराया । उन्होंने कहा कि इस तरह के हादसे तब तक होते रहेंगें जब तक कि दिल्ली सरकार अपना गैर जिम्मेदाराना रवैये नहीं छोड़ देतीं।
महापौर ने कहा कि श्री केजरीवाल को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और मृतक के परिजनों के लिए सहायता राशि की घोषणा करनी चाहिए। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।


