चक्रवाती तूफान 'यास' को लेकर अलर्ट जारी, चलेंगी 165 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं
देश एक ओर कोरोना से लड़ रहा है तो दूसरी ओर प्राकृतिक आपदाओं ने भारतवासियों के मन में भय पैदा कर दिया है

नई दिल्ली। देश एक ओर कोरोना से लड़ रहा है तो दूसरी ओर प्राकृतिक आपदाओं ने भारतवासियों के मन में भय पैदा कर दिया है। जी हां अभी हाल ही में में चक्रवाती तूफान तौकते ने अपना कहर बरपाया। मुंबई, गुजरात और केरल में तौकते ने जमकर कहर बरपाया। अभी देश इस चक्रवाती तूफान से उत्तन्न हुई बर्बादी से उबरा भी नहीं था कि अब एक और चक्रवाती तूफान दस्तक देने जा रहा है। पिछले दिनों अरब सागर में तौकते चक्रवाती तूफान उठा था और अब बंगाल की खाड़ी में तूफान यास उठ रहा है। यास तूफान को लेकर तटवर्तीय राज्यों की चिंता बढ़ गई है। इसको देखते हुए सभी एहतियाती कदमों को भी उठाया जा रहा है।
कई राज्यों में चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए तैयारियां शुरु कर दी गई हैं। एनडीआरएफ की टीम समेत जरूरी उपकरणों को समय रहते तटवर्तीय राज्यों में पहुंचाया जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक यास तूफान का पश्चिमी बंगाल समेत पांच राज्यों में खतरा मंडरा रहा है। यास को लेकर केंद्र सरकार भी लगातार चिंता में है। खुद गृह मंत्री अमित शाह लगातार इसपर नजर बनाए हुए हैं।
गौरतलब है कि मौसम विभाग का कहना है कि यास तूफान से 155-165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। इसका सबसे अधिक असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में देखा जाएगा।
बता दें कि मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के 27 जिलों में 24 से 28 मई के बीच तूफान की चेतावनी दी है। रविवार को इसके लिए संबंधित जिलों के लोगों को खुद भी अलर्ट रहने को कहा गया है। इसके साथ ही डीएम को जरूरी तैयारियां करने का निर्देश दिया है।
अब देखना है कि तौकते के बाद चक्रवाती तूफान यास किस भयवाह मंजर को अंजाम देता है।


