प्रधानमंत्री श्रम योगी योजना पर अखिलेश यादव ने साधा निशाना
अखिलेश यादव ने असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए 'प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना' को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए 'प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना' को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है।
उन्होंने आज ट्वीट कर कहा, "लीजिए एक और भ्रामक प्रचार शुरू कि 'श्रम योगी मानधन योजना' में असंगठित क्षेत्र के लोगों को 18 से 40 के बीच अलग-अलग उम्र व अलग-अलग राशि रु 55 से 200 जमा करने पर भी 60 साल होने पर सबको रु 3000 मिलेंगे। अगर ये भाजपाई झूठ सच है तो लोग 40 साल में ही जुड़ेंगे और रु 55 ही जमा करेंगे।"
लीजिए एक और भ्रामक प्रचार शुरू कि ‘श्रम योगी मानधन योजना’ में असंगठित क्षेत्र के लोगों को 18 से 40 के बीच अलग-अलग उम्र व अलग-अलग राशि रु 55 से 200 जमा करने पर भी 60 साल होने पर सबको रु 3000 मिलेंगे. अगर ये भाजपाई झूठ सच है तो लोग 40 साल में ही जुड़ेंगे और रु 55 ही जमा करेंगे.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 6, 2019
अभी हाल में केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना की शुरुआत की है। इसकी शुरुआत कल उत्तर प्रदेश में राज्यपाल राम नाईक और श्रममंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने की है।
इसके अर्न्तगत असंगठित कामगार जिसकी मासिक आय 15 हजार से अािक ना हो, उम्र 18 से 40 वर्ष तक हो, जो ईपीएफ , एनपीएस और ईएसआइसी का सदस्य ना हो, आयकर दाता ना हो वैसे असंगठित कर्मकार पेंशन योजना से जुड़कर 60 वर्ष के बाद मासिक पेंशन के रूप में तीन हजार रुपये का लाभ उठा सकते हैं।
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानान पेंशन योजना में असंगठित कामगार का अंशदान उसकी आयु के अनुसार तय होगा, जो न्यूनतम 55 और अधिकतम 200 रुपये मासिक होगा।
गौरतलब है कि अखिलेश यादव लगातार ट्विीटर के माध्यम से भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं।


