अखिलेश यादव ने जिन्ना से तुलना कर पटेल का किया अपमान, कांग्रेस ने सिर्फ एक ही परिवार के सम्मान का रखा ध्यान : भाजपा
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर भाजपा की तरफ से लोक सभा में धन्यवाद का प्रस्ताव पेश करते हुए उत्तर प्रदेश के बस्ती से लोक सभा सांसद हरीश द्विवेदी ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की उपलब्धियों का जमकर गुणगान किया

नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर भाजपा की तरफ से लोक सभा में धन्यवाद का प्रस्ताव पेश करते हुए उत्तर प्रदेश के बस्ती से लोक सभा सांसद हरीश द्विवेदी ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की उपलब्धियों का जमकर गुणगान किया।
हरीश द्विवेदी ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा जिन्ना से तुलना करने को सरदार वल्लभ भाई पटेल का अपमान बताया। वहीं इसके साथ ही कांग्रेस सरकारों की भी आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस ने तमाम महापुरुषों के योगदान और सम्मान को दरकिनार करते हुए सिर्फ एक ही परिवार के सम्मान का ध्यान रखा। जबकि भाजपा सरकार ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर, सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभ भाई पटेल सहित तमाम महापुरूषों के योगदान को सम्मान देने का काम किया है।
उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में चुनावी माहौल चरम पर है इसलिए द्विवेदी ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के विकास के बाद मथुरा के विकास के संकल्प को भी दोहराते हुए मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा।
बसपा, टीएमसी और अन्य विरोधी दलों के सांसदों की टोकाटाकी के बीच द्विवेदी ने डबल इंजन सरकार की तमाम उपलब्धियों को गिनाते हुए सपा, बसपा और कांग्रेस सरकारों पर जमकर निशाना साधा और उत्तर प्रदेश में फिर से योगी सरकार के बनने का दावा भी किया।
भाजपा सांसद ने कहा कि मोदी-योगी के कारण अब हर दल का नेता अपने आपको हिंदू साबित करने की कोशिश में लगा हुआ है।
भाजपा की तरफ से प्रस्ताव के समर्थन में बोलने वाले दूसरे सांसद कमलेश पासवान भी उत्तर प्रदेश से ही थे इसलिए उन्होंने भी राष्ट्रपति के अभिभाषण में बताई गई सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए लोक सभा में अखिलेश यादव पर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर जुमलेबाजी करने का आरोप लगाया, मायावती पर प्रदेश की जनता के विकास के लिए कुछ भी नहीं करने का आरोप लगाया और साथ ही राहुल गांधी से सवाल भी पूछा कि उनकी सरकारों ने 60 सालों तक देश की जनता को मूलभूत सुविधाएं देने की सुध क्यों नहीं ली। कमलेश पासवान और राहुल गांधी के बीच सदन में हल्की नोक-झोंक भी हुई।


