अखिलेश यादव का बड़ा दावा, कहा छठे चरण में नहीं खुलेगा भाजपा व कांग्रेस का खाता
उत्तर प्रदेश में बसपा व रालोद के साथ गठबंधन करने वाले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया है कि छठे चरण की 14 की 14 सीट पर गठबंधन के प्रत्याशी जीत दर्ज करेंगे

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इस बार किसी भी पार्टी के लिए सत्ता की राह आसान नहीं है, क्योंकि मुकाबला त्रिकोणीय है, एक तरफ बीजेपी, तो दूसरी तरफ कांग्रेस, और वहीं सपा-बसपा का गठबंधन है। तीनों ही उत्तर प्रदेश के रास्ते दिल्ली की गद्दी तक पहुंचने लिए पूरा जोर लगा रहे हैं, इस जोर आजमाइश में महागठंधन के तीखे वार कांग्रेस की ओर भी जा रहे हैं। जो चुनाव बाद की स्थिति पर बड़े संकेतों की ओर इशारा है।
लोकसभा चुनाव के आगाज के साथ ही गरमाया राजनीतिक पारा अब अपने शबाब पर पहुंच गया है, जिसमें ना दोस्ती की गुंजाइश है, ना ही मर्यादा की सीमा, बस नेता सत्ता के लिए एक दूसरे को आंख दिखा रहे हैं। कल तक कांग्रेस पर चुप्पी साधने वाले अखिलेश भी आक्रामक हो गए हैं। बुआ के राजनीतिक नजरिए से देखने पर उन्हें भी अब कांग्रेस बीजेपी की तरह नजर आने लगी है
जब अखिलेश ने हाथ के साथ की बजाय हाथी संग साइकिल को बढ़ाया, तो उनकी जुबान पर केवल बीजेपी के लिए प्रहार था लेकिन अब चुनाव के अंतिम पड़ाव पर पहुंचते ही सत्ता के लिए अखिलेश के सुर पूरी तरह बदल चुके हैं।
छठें चरण की 14 लोकसभा सीटों को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा दावा किया है। उत्तर प्रदेश में बसपा व रालोद के साथ गठबंधन करने वाले सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया है कि छठे चरण की 14 में 14 सीटों पर गठबंधन के प्रत्याशी जीत दर्ज करेंगे। इन सीटों पर तो भाजपा तथा कांग्रेस का खाता भी नहीं खुलेगा।
राजनीति में कब क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। इसीलिए दुश्मनी चाहे कितनी भी क्यों ना हो राजनेता अक्सर दोस्ती की गुंजाइश छोड़ते हैं लेकिन सपा-बसपा के तल्ख तेवर कांग्रेस के साथ के संकेत नहीं दे रहे हैं। मायावती जहां पंजे पर प्रहार कर रही हैं, तो वहीं अखिलेश के वार भी जबरदस्त है ऐसे में चुनाव के बाद महागठबंधन का विस्तार होगा या नहीं, इस तस्वीर में कांग्रेस को जगह मिलेगी या नहीं, ये बड़ा सवाल है।


