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अपराध के आंकड़ों से छेड़छाड़ कर जनता में भ्रम फैला रहे हैं अखिलेश : गिरीश यादव

उत्तर प्रदेश कैबिनेट मंत्री गिरीश यादव ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के अपराध संबंधी आंकड़ों के साथ छेड़छाड़ कर प्रदेश की जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया है

अपराध के आंकड़ों से छेड़छाड़ कर जनता में भ्रम फैला रहे हैं अखिलेश : गिरीश यादव
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश कैबिनेट मंत्री गिरीश यादव ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के अपराध संबंधी आंकड़ों के साथ छेड़छाड़ कर प्रदेश की जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया है।

प्रदेश में हो रही आपराधिक घटनाओं को अखिलेश द्वारा सोशल मीडिया पर लगातार उजागर किये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यादव ने रविवार को कहा कि जिनके शासन में रोजाना दंगे होते थे, उन्हें प्रदेश की सुदृढ़ कानून व्यवस्था रास नहीं आ रही है। उन्होंने कहा है कि अखिलेश आंकड़ों के साथ छेड़छाड़ कर प्रदेश की जनता में भ्रम फैला रहे हैं।

यादव ने कहा है कि विगत पांच वर्षों में प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ है। वहीं अखिलेश सरकार में प्रतिदिन सैकड़ों दंगे होते थे। प्रदेश में गुंडों और माफिया का राज था। माताओं, बहनों और बेटियों का शाम के समय सड़क पर निकलना दूभर था। हर तरफ अपराधियों का बोलबाला था। ऐसे लोगों को सुशासन और कानून का राज पसन्द नहीं आ रहा है, इसलिए वह जनता को गुमराह करने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अखिलेश के राज में मुजफ्फरनगर, बरेली और अयोध्या समेत प्रदेश का कोई ऐसा जिला नहीं बचा था, जिसमें दंगा न हुआ हो। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में हुए दंगों में प्रदेश के कई लोग मारे भी गए थे। वहीं अखिलेश सरकार दंगाइयों को बचाती थी और माफिया एवं अपराधियों को संरक्षण भी देती थी। गिरीश यादव ने कहा कि योगी सरकार में दंगाई और अपराधी जेल में हैं, इसी बात की पीड़ा अखिलेश को हो रही है।

यादव ने कहा है कि एनएचआरसी के आंकड़ों में साफ कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में पुलिस हिरासत में वर्ष 2021-2022 में सिर्फ 9 मौतें हुई हैं। उन्होंने कहा कि एनएचआरसी ने यह भी बताया है कि ज्यादतर मौतों का कारण प्राकृतिक और विभिन्न बीमारियां जैसे कि कोविड-19, हार्ट अटैक एवं अन्य गम्भीर बीमारियां हैं। जबकि अखिलेश इस बारे में कुछ आैर आंकड़े बताकर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं।


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