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आकाश राव गिरपुंजे की शहादत नहीं जाएगी व्यर्थ, बस्तर नक्सलवाद से होगा मुक्त : विजय शर्मा

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कोंटा क्षेत्र में नक्सलियों के कायराना आईईडी हमले में शहीद हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आकाश राव गिरपुंजे को उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने श्रद्धांजलि दी

आकाश राव गिरपुंजे की शहादत नहीं जाएगी व्यर्थ, बस्तर नक्सलवाद से होगा मुक्त : विजय शर्मा
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रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कोंटा क्षेत्र में नक्सलियों के कायराना आईईडी हमले में शहीद हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आकाश राव गिरपुंजे को उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने श्रद्धांजलि दी।

शहीद आकाश राव की वीरता और कर्तव्यनिष्ठा को याद करते हुए उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी और बस्तर को नक्सलवाद के लाल आतंक से मुक्त करने का संकल्प और मजबूत हुआ है। आकाश राव की शहादत जवानों के लिए प्रेरणा बनेगी। जवानों की ताकत और सरकार की दृढ़ नीति से बस्तर जल्द ही नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त होगा। सरकार शहीद परिवार के साथ हर कदम पर खड़ी है और उनकी हर संभव सहायता की जाएगी।

उन्होंने नक्सलियों की इस कायराना हरकत की कड़ी निंदा की और कहा कि यह हमला नक्सलियों की बौखलाहट का परिणाम है, क्योंकि सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाईयों से उनका मनोबल टूट रहा है। राज्य सरकार का एजेंडा नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने का है और इसके लिए शांतिवार्ता की अपील भी की गई थी। हालांकि, इस हमले ने साबित कर दिया कि कुछ नक्सली भ्रम फैलाने और हिंसा को बढ़ावा देने में लगे हैं। 2025 में मुख्यधारा में शामिल होने वाले नक्सलियों की संख्या बढ़ रही है, जबकि गिरफ्तारियां और एनकाउंटर की संख्या नगण्य है। जो नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं, उनके साथ सरकार सभी वादों को पूरा करते हुए पुनर्वास के लिए काम कर रही है।

आकाश राव गिरपुंजे 2013 बैच के राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी थे, सुकमा जिले के कोंटा क्षेत्र में एडिशनल एसपी के रूप में तैनात थे। उनकी निडरता और साहस के लिए उन्हें पहले भी गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका था। वह अपनी ड्यूटी के प्रति इतने समर्पित थे कि नक्सलवाद के खिलाफ अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए उन्होंने अपने स्थानांतरण की संभावना को स्वयं खारिज कर दिया था। गृह मंत्री शर्मा ने बताया कि आकाश राव किसी भी सूचना पर तुरंत कार्रवाई करने वाले बहादुर अधिकारी थे, जिन्होंने हमेशा फ्रंटलाइन पर रहकर नक्सलियों के खिलाफ मोर्चा संभाला।

यह हमला 9 जून को कोंटा-एर्राबोर मार्ग पर डोंड्रा के पास हुआ, जब आकाश राव अपनी टीम के साथ एक जेसीबी जलाने की घटना की जांच के लिए गए थे। नक्सलियों ने पहले से बिछाए गए प्रेशर आईईडी का विस्फोट किया, जिसमें आकाश राव शहीद हो गए, जबकि कोंटा के एसडीओपी भानुप्रताप चंद्राकर और थाना प्रभारी सोनल ग्वाला समेत अन्य जवान घायल हुए। घायलों को रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।


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