दादासाहब फाल्के की जयंती के अवसर पर अजीत पवार ने किया उन्हें नमन
भारतीय सिनेमा के पितामह दादासाहब फाल्के की जयंती के अवसर पर उनके अलौकिक कार्यों के लिए उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने उन्हें नमन किया

मुंबई। भारतीय सिनेमा के पितामह दादासाहब फाल्के की जयंती के अवसर पर उनके अलौकिक कार्यों के लिए उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने उन्हें नमन किया।
अजीत पवार ने एक बयान में शुक्रवार को कहा कि भारतीय सिनेमा के वैभव के पीछे आज दादासाहब की दूरदर्शिता और कड़ी मेहनत है। भारत में फिल्म बनाने के उद्देश्य से वह इस बारे में अध्ययन करने के लिए लंदन गए।
दादासाहब फाल्के ने सबसे पहले मूक फिल्म “राजा हरिश्चंद्र” बनाकर भारतीय सिनेमा की नींव रखी।
दादासाहब को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए श्री पवार ने कहा कि यह गर्व और प्रेरणा का विषय है कि भारतीय फिल्म उद्योग ने दादासाहब जैसे मराठी व्यक्ति द्वारा रखी गई नींव को कई तरह से समृद्ध किया है।
राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए श्री पवार ने कहा कि वे आधुनिक विचार के सक्रिय संत थे। उन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम और देश के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
भारत गाँवों से बना हुआ देश है, उनका मानना था कि गाँव विकसित होने पर ही देश विकसित होगा। इसके लिए उन्होंने खुद को ग्रामीण विकास के काम के लिए समर्पित कर दिया। गांवों की आत्मनिर्भरता पर जोर दिया।


