अजय सिंह ने प्रीति को न्याय दिलाने के लिए पीएम से की अपील
मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील की है कि, उन्होंने जम्मू कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हुई घटनाओं को लेकर जो बयान दिया है।

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि, उन्होंने जम्मू कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हुई घटनाओं को लेकर जो बयान दिया है, उसका पालन मध्यप्रदेश में भी कराया जाये, जिससे की एक पीडिता की आत्म को शांति मिल सके।
सिंह ने आज यहां जारी विज्ञप्ति में कहा कि मोदी द्वारा दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान दिए गए इस बयान पर कि 'गुनहगार बचेंगे नहीं, बेटियों को न्याय मिलेगा।' के संदर्भ में एक पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने प्रीति रघुवंशी आत्महत्या कांड और उससे जुड़े सारे पहलुओं की जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस ने पिछले 28 दिनों में अगर कोई कार्यवाही की है, तो वह सिर्फ प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह को बचाने में की है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रीति रघुवंशी के परिजन के बयान हुए, लेकिन रामपाल सिंह और उनके पुत्र के आज तक बयान दर्ज नहीं हुए। प्रीति रघुवंशी के भाई का अपहरण हुआ, उसे चार दिन बाद छोड़ा गया। भोपाल आईजी मंत्री से मिलने उनके बंगले गए, लेकिन किसी भी बड़े अफसर ने प्रीति रघुवंशी के परिवार से मिलना ठीक नहीं समझा। यहीं नहीं विधानसभा में इस मुद्दे पर सरकार ने चर्चा भी नहीं होने दी।
सिंह ने पत्र में लिखा कि आपने प्रधानमंत्री बनते ही हरियाणा के हिसार से‘'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का एक महाअभियान शुरू किया था, पर जो हालात पूरे देश में पैदा हो गए है, उससे लोगों में फिर यह धारणा बन रही है कि बेटी होना कालंक है। बेटी बचाओ तो उसे या तो दरिंदे नोच लेते हैं और अगर वह बहु बन जाती है तो उसे आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ता है।
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि मध्यप्रदेश में न्याय का कानून का राज खत्म हो गया है। प्रीति रघुवंशी के परिजनों के न्याय की आस खत्म हो चुकी है। ऐसे में आपने जो बयान कठुआ और उन्नाव के संदर्भ में दिया है उसका पालन मध्यप्रदेश में भी करवाएं।


