इजरायली रडार से लैस किया जा रहा है वायु सेना का जगुआर
भारतीय वायु सेना के मुख्य लड़ाकू विमानों में शुमार जगुआर विमानों को इजरायल के शक्तिशाली रडारों से लैस किया जा रहा है
नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना के मुख्य लड़ाकू विमानों में शुमार जगुआर विमानों को इजरायल के शक्तिशाली रडारों से लैस किया जा रहा है।
सार्वजनिक क्षेत्र की एरोस्पेस कंपनी हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने जगुआर विमान में इजरायल की अत्याधुनिक एक्टिव इलेक्ट्रानिकल स्कैन्ड एरे (एईएसए) रडार प्रणाली लगाने में सफलता हासिल की है।
इजरायली प्रणाली से लैस जगुआर विमान ने गत 9 अगस्त को बेंगलूरू के एचएएल स्थित हवाई अड्डे से पहली परीक्षण उडान भरी जो सफल रही।
रक्षा क्षेत्र की पत्रिका डिफेंस इंडिया स्ट्रेटिजिक के अनुसार यह रडार प्रणाली लगने के बाद जगुआर विमान की संचालन अवधि 2028 तक बढायी जा सकेगी।
उसका कहना है कि पहली परीक्षण उडान के आरंभिक परिणाम सफल रहे हैं लेकिन निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार अभी और परीक्षण किये जाने बाकी हैं जिसके बाद इस प्रणाली को विमान के एवियोनिक्स का हिस्सा बनाया जायेगा।
जगुआर विमान अभी भारतीय वायुसेना द्वारा ही उड़ाये जा रहे हैं और इन्हें सेवा में बनाये रखने के लिए फ्रांस से 30 पुराने और सेवा से बाहर किये गये जगुआर खरीदे जा रहे हैं जिनसे कलपुर्जों की आपूर्ति की जा सकेगी।
फ्रांस ये विमान मुफ्त भारत को दे रहा है और इसके लिए दोनों देशों के रक्षा मंत्रालयों के बीच करार हो गया है।
इन जहाजों को भारत लाने के बाद इनके कलपुर्जे वायुसेना के बेड़े में मौजूद जगुआर विमानों में आवश्यकतानुसार इस्तेमाल किए जाएंगे।


