गुजरात में दो संदिग्ध आतंकवादी गिरफ्तार
अहमदाबाद ! गुजरात पुलिस के आतंकवाद रोधी दल (एटीएस) ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भारत में काम करने वाले दो भारतीय आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है।

अहमदाबाद ! गुजरात पुलिस के आतंकवाद रोधी दल (एटीएस) ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भारत में काम करने वाले दो भारतीय आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। दोनों संदिग्ध आतंकवादी भाई हैं।
पुलिस का कहना है कि प्राथमिक सूचना के अनुसार, आरोपी वसीम रामोदिया और नईम रामोदिया सुरेंद्रनगर जिले के चोटिला में एक पहाड़ी पर स्थित एक मंदिर में आतंकवादी हमले की साजिश रच रहे थे।
एटीएस ने बताया कि संदिग्ध आतंकवादियों के पास से 98 ग्राम बारूद, दो नकाब, बम बनाने के काम आने वाली बैट्री और जूट से बने दर्जन भर पलीते बरामद हुए हैं।
इसके अलावा उनके पास से अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट की पत्रिका 'दबिक' के आठ अंक भी पाए गए। गौरतलब है कि इस पत्रिका को आईएस का मुखपत्र माना जाता है।
उनके पास से जब्त किए गए दो लैपटॉप और मोबाइल फोन में विस्फोटक बनाने की विधियां भी मिलीं और छापामार युद्धपद्धति और लोमड़ी की तरह अकेले हमला करने के बारे में जानकारियां भी लैपटॉप में स्टोर की गई थीं। एटीएस का कहना है कि उनके कंप्यूटर में कई अन्य 'आपत्तिजनक साहित्य' भी स्टोर पाए गए।
एटीएस के पुलिस उपाधीक्षक के. के. पटेल ने कहा, "सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए गुजरात एटीएस टीम ने आईएस से जुड़े दोनों संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया।"
उन्होंने बताया कि एटीएस पिछले डेढ़ वर्षो से दोनों पर निगरानी रख रही थी। दोनों के ट्विटर और फेसबुक के जरिए आईएस से जुड़े होने के संकेत मिले थे।
पटेल ने बताया कि पुलिस को जब पता चला कि दोनों एक-दो दिन में ही चोटिला मंदिर में आतंकवादी हमला करने की साजिश रच रहे हैं तो शनिवार की रात उन्हें गिरफ्तार करने का फैसला लिया गया।
सौराष्ट्र में सोमनाथ और द्वारिकाधीश दो बेहद मशहूर मंदिरों की भी संदिग्ध आतंकवादियों ने रेकी की थी।
एटीएस की दो टीमों ने वसीम को राजकोट से गिरफ्तार किया, जबकि नईम को बीती मध्यारात्रि को भावनगर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि वसीम की पत्नी भी आईएस से जुड़ी हुई है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया वसीम ने कंप्यूटर एप्लिकेशंस में एम.ए. की पढ़ाई बीच में ही इसलिए छोड़ दी ताकि वह 'इस्लाम के लिए कुछ बड़ा कर सके'।
उन्होंने बताया कि दोनों भाई 2015 में आईएस के संपर्क में आए और स्काइप के जरिए आईएस के एक सदस्य के साथ कई बार बातचीत की। इसी तरह की एक रिकॉर्डेड बातचीत में आईएस का सदस्य वसीम को बड़ा आतंकवादी हमला करने के लिए कम से कम 400 ग्राम बारूद इकट्ठा करने की सलाह देता सुना गया।


