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पदमपुर उपचुनाव से पहले, ओडिशा के मुख्यमंत्री की सूखा प्रभावित किसानों को 200 करोड़ रुपये की सहायता

पदमपुर उपचुनाव से पहले, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को राज्य के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में संकटग्रस्त किसानों के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की

पदमपुर उपचुनाव से पहले, ओडिशा के मुख्यमंत्री की सूखा प्रभावित किसानों को 200 करोड़ रुपये की सहायता
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भुवनेश्वर। पदमपुर उपचुनाव से पहले, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को राज्य के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में संकटग्रस्त किसानों के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की। बरगढ़ जिले के पदमपुर विधानसभा क्षेत्र के किसानों के विरोध के मद्देनजर यह घोषणा की गई। वह खरीफ 2021 के दौरान हुए फसल नुकसान के लिए इनपुट सब्सिडी और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के तहत दावों की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से भी अपील की है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वह उपचुनाव में हिस्सा न लें।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि रिपोटरें के अनुसार, ओडिशा के 12 जिलों के 64 ब्लॉकों और 15 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) में लगभग 2,63,560 हेक्टेयर फसल भूमि का 33 प्रतिशत से अधिक की फसल का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के तहत तकनीकी सलाहकार समिति के साथ राज्य सरकार द्वारा लगातार अनुवर्ती कार्रवाई के बावजूद, अब तक प्रभावित किसानों में से कई को अपनी फसल बीमा बकाया राशि नहीं मिली है।

मुख्यमंत्री ने स्थिति की गंभीरता, प्रभावित किसानों की मांगों और कलेक्टरों द्वारा फसल नुकसान की रिपोर्ट को देखते हुए राज्य के अपने संसाधनों से सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। प्रभावित जिलों के कलेक्टरों को विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) को धन की आवश्यकता प्रस्तुत करने और सहायता के तत्काल वितरण के लिए उचित कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि अनुमान है कि किसानों के संकट को दूर करने के लिए लगभग 200 करोड़ रुपये का वितरण किया जाएगा।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि उनके कैबिनेट सहयोगी धर्मेंद्र प्रधान ने उनसे बरगढ़ किसानों के लंबित पीएमएफबीवाई दावों के बारे में चर्चा की है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के अधीन गठित तकनीकी सलाहकार समिति और संबंधित बीमा कंपनियों ने इस संबंध में निर्णय लिया है। ओडिशा सरकार को भी तत्काल प्रभाव से दावे जारी करने का निर्देश दिया गया है। तोमर ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार किसानों के दावों को जल्द से जल्द दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है।

किसानों के अनुरोध पर भाजपा प्रत्याशी प्रदीप पुरोहित सोमवार को बिना नामांकन दाखिल किए रिटनिर्ंग ऑफिसर के कार्यालय से लौट गए। प्रधान ने कार्यालय परिसर में आंदोलनरत किसानों से मुलाकात की थी। तोमर के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेडी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सस्मित पात्रा ने कहा कि आपके ट्वीट से अब स्पष्ट हो गया है कि बारगढ़ और खासकर पदमपुर के किसानों का फसल बीमा केंद्र के पास लंबित था। अब केंद्रीय मंत्री बीमा कंपनियों से भुगतान करने को कह रहे हैं।

पात्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और सहकारिता मंत्री अतनु सब्यसाची नायक ने पहले ही तोमर को बारगढ़ के किसानों की समस्याओं से अवगत करा दिया। आप जानते हैं कि भुगतान केंद्र द्वारा किया जाता है और बीमा कंपनियां भुगतान करती हैं, राज्य की कोई भूमिका नहीं होती है। केंद्र यह निर्णय पहले लेता तो अच्छा होता। बरगढ़ और पदमपुर के हजारों किसानों को लंबे समय तक नुकसान नहीं उठाना पड़ता।

सांसद ने केंद्रीय मंत्री से ओडिशा के सभी किसानों के लिए सभी लंबित पीएमएफबीवाई दावों को पूरा करने का आग्रह किया, न कि केवल पदमपुर के लिए, क्योंकि वह भी लंबे समय से पीड़ित हैं।


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