आगरा : वृद्धाश्रम और अनाथालय भी लॉकडाउन से प्रभावित
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन का ताजनगरी के वृद्धाश्रम और अनाथालय पर भी काफी प्रभाव पड़ रहा है

आगरा। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन का ताजनगरी के वृद्धाश्रम और अनाथालय पर भी काफी प्रभाव पड़ रहा है। वृद्धाश्रम में करीबन 250 से 300 बुजुर्ग लोग रहते हैं और अनाथालय में भी सौ से ज्यादा अनाथ बच्चे रहते हैं। आगरा में सिकंदरा के पास के वृद्धाश्रम में बुजुर्ग पुरुषों और महिलाओं को उनकी देखभाल के लिए रखा जाता है। पहले समाजसेवी वृद्धों के लिए खाने-पीने का इंतजाम किया करते थे, मगर इस समय सेवा देने के लिए बाहर का कोई व्यक्ति आश्रम में नहीं आ पा रहा है।
रामलाल वृद्धाश्रम के अध्यक्ष शिवप्रसाद शर्मा ने आईएएनएस को बताया कि यह आश्रम दान से चलता है। इसके संचालन में सरकार का कोई सहयोग नहीं मिलता।
उन्होंने कहा, "हमें लॉकडाउन के बारे में पहले से पता नहीं था। गनीमत है कि हमारे आश्रम में महीनेभर का राशन हमेशा से रहता आया है, इसलिए किसी को खाने-पीने की दिक्कत नहीं है। हां, पहले यहां दानदाता आते थे। वे खुद नहीं आ पाते थे तो वृद्धों और बच्चों के लिए कुछ ना कुछ भेजा करते थे, लेकिन इस समय यहां कोई नहीं आता, हमें सारा इंतजाम खुद करना पड़ रहा है।"
शर्मा ने आगे बताया, "आश्रम में रोजाना साफ-सफाई का ध्यान रखा जा रहा है और पहले जो लोग यहां बुजुर्गों से मिलने आते थे, उन्हें हमने फिलहाल आने से मना कर दिया है। सेनिटाइजेशन के लिए हमने स्थानीय प्रासाशन से फोन पर बात की थी। अब तक चार बार पूरे आश्रम को सेनिटाइज किया गया है।"


