आंदोलनकारियों ने एनटीपीसी का वार्षिक श्राद्ध मनाया
औद्योगिक स्थापनाओं के लिए हमेशा किसानो की जमीनों को हड़पा ही गया है
सद्बुद्धि हवन के बाद कंपनी के बरसी मनी
रायगढ़। औद्योगिक स्थापनाओं के लिए हमेशा किसानो की जमीनों को हड़पा ही गया है और जले के पुसौर ब्लॉक एनटीपीसी लारा योजना के स्थापना में भी इसी तरह की स्थिति देखने को मिला। जहां के प्रभावित, भू-विस्थापित, भूमिहीन आदि विगत 3 वर्षों से अपनी मांगो को लेकर आंदोलन को लेकर अग्रसर है।
युवा संघर्ष समिति, एनटीपीसी छपोरा, आरमुड़ा, कांदगढ़, झिलिंग, बोडझरिया, देवलसुरा, लारा और कठानि आदि के युवाओं ने एकत्रित होकर आंदोलन करने को ठान ही लिया और सर्वप्रथम 3 जुलाई 2014 काम रोको आंदोलन से शुरुआत किया गया। इसके बाद लगभग 20 से ज्यादा विभिन्न आंदोलन हुए। 3 जुलाई 2015 को एनटीपीसी की शव यात्रा निकाली गई।
इसके बाद तीन जुलाई 2016 को पहली बरसी मसलन वार्षिक श्राद कार्यक्रम छपोरा बाजार में आहुत हुई। इसके बाद 3 जुलाई 2017 को फिर से दूसरी बरसी छपोरा बाजार, छपोरा में सुबह 11 बजे से 4 बजे दोपहर तक रखी गई है।
जिसमे पहले सदबुद्धि हवन फिर एनटीपीसी का श्राद कार्यक्रम रखा गया। समिति के लोगों ने भुविस्थापितों के हित चिंतको, आंदोलनकारियों आदि से दिनाक 3 जुलाई 2017 को वार्षिक श्राद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान सद्बुद्धि हवन भी किया गया।
इस दौरान प्रवीण सिदार, शत्रुघन, संजू पण्डा, कृष्णा प्रधान, कमलेश साव, जयमंगल, कौशिक, डमरू डनसेना, प्रफुल्ल पण्डा, हरिकिशन पटेल, अनिल अग्रवाल, गिरधारी नायक सहित अन्य लोग मौजूद थे।


